रांची-कुरमाली भाषा परिषद की ओर से मोरहाबादी मैदान में टुसू महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव में टुसू गीतों पर लोग ढोल और नगाड़े पर जमकर थिरके. इस दौरान कलाकारों द्वारा तोके टुसू जले दिबो नाय.., अगहन सांकराते मांग गो टुसू थापी…, टुसूर नाम गेंदा फुल आदि गीत पेश किया गया. कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद महुआ मांजी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व विधायक लंबोदर महतो शामिल हुए. सभी ने महोत्सव में शामिल होकर झारखंडवासियों को टुसू पर्व की शुभकामनाएं दीं.
कुरमाली भाषा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजाराम महतो ने कहा कि टुसू झारखंड का एक महत्वपूर्ण पर्व है. यह पर्व झारखंड के साथ साथ बंगाल, ओड़िशा व असम में भी धूमधाम से मनाया जाता है. भुदेव चंद्र महतो, भुवनेश्वर महतो, अंकित महतो, राजकुमार महतो, नीरज महतो, मुकेश महतो, प्रवर कुमार महतो, श्रवण कुमार महतो, अंशुल गुप्ता, रितेश महतो, सनी कपूर, ईश्वर महतो, विक्रम महतो, परमानंद महतो, अनिल महतो, डॉ एचएन सिंह, सहोदर महतो, संजय मेहता, ब्रजेंद्र नाथ महतो, प्रदीप महतो, प्रो बीएन प्रमाणिक, डॉ मुकुंद चंद्र मेहता, विंग कमांडर ज्ञानेश्वर सिंह, गौरांग महतो, प्रभात चंद्र महतो, प्रो गोवर्द्धन मेहता, नीना महतो, प्रो चिंता चौधरी, डॉ किरण चौधरी, सुनीता महतो, जयंती महतो, पार्वती महतो सहित काफी संख्या में गणमान्य उपस्थित थे.
महोत्सव में शामिल होने के लिए लोग 150 फीट ऊंची टुसू(चौड़ल) लेकर आये थे. आदिवासी क्लब कुड़ीअंबा के इस टुसू को प्रथम पुरस्कार दिया गया. वहीं हलमाद सिल्ली, बासुडीह सिल्ली व रिगड़ीआम परसडीह के टुसू सहित महोत्सव में शामिल 32 टुसू को पुरस्कृत किया गया.
महोत्सव में महिलाओं द्वारा घर से बनाकर लाये गये पीठा का भी प्रतियोगिता किया गया. अतिथियों ने इन चावल के पकवानों का आनंद उठाया. पीठा प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया.
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