Delhi News: केंद्र सरकार की तरफ से नई मोबाइल अलर्ट प्रणाली का परीक्षण शुरू, आपदा के समय मिलेगी तुरंत चेतावनी
भारत की नई मोबाइल अलर्ट प्रणाली, आपदा में तुरंत चेतावनी, बिहार-UP के गांवों को फायदा

Delhi News: भारत सरकार ने एक नई मोबाइल अलर्ट प्रणाली शुरू की है, जो आपदा के समय लोगों को तुरंत चेतावनी देगी। यह खबर बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के गांवों और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए बहुत जरूरी है। इस प्रणाली से भूकंप, सुनामी, बिजली गिरने, गैस रिसाव या रासायनिक खतरों की जानकारी तुरंत मिलेगी। आइए इस खबर को आसान शब्दों में समझते हैं।
सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम क्या है?
दूरसंचार विभाग (DoT) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) मिलकर इस नई प्रणाली का परीक्षण कर रहे हैं, जिसे सेल ब्रॉडकास्ट (CB) सिस्टम कहते हैं। यह सिस्टम आपदा वाले इलाकों में सभी मोबाइल फोन पर एक साथ अलर्ट भेजता है। पुराने SMS अलर्ट की तरह यह एक-एक फोन पर नहीं जाता, बल्कि पूरे इलाके में सभी फोन पर तुरंत पहुंचता है। यह प्रणाली सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (C-DOT) ने बनाई है। यह दो से चार हफ्ते तक टेस्ट होगी।
Delhi News: लोगों को क्या फायदा होगा?
यह सिस्टम 19 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में अलर्ट भेजेगा, ताकि गांवों में रहने वाले लोग भी समझ सकें। पहले NDMA की ‘SACHET’ SMS प्रणाली ने 6,899 करोड़ से ज्यादा अलर्ट भेजे हैं। नया CB सिस्टम और तेज होगा, क्योंकि यह बिना इंटरनेट के भी काम करेगा। यह प्रणाली भूकंप, सुनामी, बाढ़, गैस रिसाव जैसे खतरों की चेतावनी देगी, जिससे लोग पहले से तैयार हो सकेंगे।
परीक्षण के दौरान क्या करें?
सरकार ने लोगों से अपील की है कि टेस्टिंग के दौरान आने वाले संदेशों को नजरअंदाज करें। ये संदेश केवल सिस्टम की जांच के लिए हैं और किसी असली खतरे का संकेत नहीं हैं। कुछ लोगों को एक ही संदेश बार-बार मिल सकता है, क्योंकि यह पूरे नेटवर्क पर टेस्ट हो रहा है। ये संदेश हिंदी और अंग्रेजी में आ रहे हैं।
लोगों के लिए सलाह
अगर आपके फोन पर “Emergency Alert: Severe” जैसे संदेश आएं, तो घबराएं नहीं। ये टेस्ट मैसेज हैं। असली आपदा के समय संदेश में क्या करना है, यह साफ लिखा होगा। NDMA की वेबसाइट sachet.ndma.gov.in पर जाकर आपदा अलर्ट की जानकारी ले सकते हैं। यह खबर लोगों को जागरूक करेगी ताकि वे इस नई प्रणाली का फायदा उठा सकें। यह नई प्रणाली भारत में आपदा प्रबंधन को और मजबूत करेगी, जिससे लोगों की जान और माल की सुरक्षा बढ़ेगी।