
ओडिशा के बालेश्वर जिले में स्थित फकीर मोहन कॉलेज से एक हिला देने वाली घटना सामने आई है। यहां इंटीग्रेटेड बीएड द्वितीय वर्ष में पढ़ने वाली एक छात्रा ने कॉलेज परिसर में ही खुद को आग लगा ली। यह हादसा कॉलेज के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया, जिसमें छात्रा जलती हुई हालत में भागती नजर आ रही है।
उत्पीड़न का गंभीर आरोप
छात्रा ने आरोप लगाया है कि कॉलेज के इंटीग्रेटेड बीएड डिपार्टमेंट के प्रमुख (HOD) समीर कुमार साहू उसे काफी समय से मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे थे। पीड़िता का दावा है कि उसने कई बार इस बारे में कॉलेज प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।
धरने के बावजूद नहीं हुई सुनवाई
बताया गया है कि छात्रा कुछ दिनों से कॉलेज के बाहर धरने पर भी बैठी थी, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। शनिवार को दोपहर के वक्त वह अकेली कॉलेज परिसर में आई और अपने पास लाए गए केरोसिन से खुद को आग के हवाले कर दिया। जलने के बाद वह दर्द से चीखते हुए दौड़ने लगी। इस दौरान एक अन्य छात्र ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह भी गंभीर रूप से झुलस गया।
हालत गंभीर, एम्स में भर्ती
स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को पहले बालेश्वर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया है। दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पुलिस ने आरोपी शिक्षक को पकड़ा
घटना की जानकारी मिलते ही बालेश्वर टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और कॉलेज प्रशासन से बातचीत के बाद आरोपी शिक्षक समीर कुमार साहू को हिरासत में ले लिया। उनसे पूछताछ जारी है। इस घटना के बाद कॉलेज में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है और छात्र संगठनों ने कॉलेज प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।
छात्र संगठनों का कहना है कि अगर पहले ही छात्रा की शिकायतों को गंभीरता से लिया गया होता, तो इतनी दर्दनाक घटना टाली जा सकती थी। उन्होंने यह भी मांग की है कि कॉलेजों में छात्रों की सुरक्षा को लेकर ठोस व्यवस्था की जाए।
ये भी पढ़ें: Bihar News: लखीसराय प्रशासन का कांवरियों को तोहफा, टोल टैक्स और लाइसेंस से छूट