Jharkhand Crime News: झारखंड में कोयला घोटाले पर CBI का बड़ा छापा, 7 गिरफ्तार, CCL कर्मचारियों पर अवैध वसूली का आरोप
झारखंड के रामगढ़ में कोयला परिवहन पर अवैध वसूली, CBI ने 7 लोगों को हिरासत में लिया।

Jharkhand Crime News: रांची, झारखंड के रामगढ़ जिले में कोयला परिवहन के नाम पर हो रही अवैध वसूली के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सख्त कार्रवाई की है। मंगलवार को गिड़डी इलाके में CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने छापेमारी की और सात लोगों को हिरासत में लिया। इनमें तीन सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के कर्मचारी शामिल हैं। आरोपी कोयला व्यापारियों से कमीशन मांगकर ट्रक पास और कोयला उठाव की अनुमति देते थे। यह मामला RC 9(A)/2025-R के तहत दर्ज किया गया है।
CBI की छापेमारी, गिड़डी में क्या हुआ?
झारखंड के रामगढ़ जिले के गिड़डी क्षेत्र में CBI ने मंगलवार को कई जगहों पर दबिश दी। यह कार्रवाई कोयला व्यापारियों से अवैध तरीके से पैसे वसूलने के आरोपों पर आधारित थी। जांच एजेंसी को शिकायतें मिली थीं कि CCL के कुछ कर्मचारी और बिचौलिए संगठित तरीके से कमीशन ले रहे थे। छापों में दस्तावेज, नकदी और अन्य सबूत बरामद किए गए। आरोपी लंबे समय से इस धंधे में लिप्त थे। CBI ने क्षेत्र की निगरानी कर रही थी और अब जांच आगे बढ़ा रही है। इससे कोयला क्षेत्र में भ्रष्टाचार की जड़ें उखड़ सकती हैं।
गिरफ्तार लोगों के नाम और भूमिका
CBI ने सात लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें CCL के तीन कर्मचारी हैं
- अनिल कुमार
- दीपक कुमार
- नरेश कुमार
ये कर्मचारी कोयला लेन-देन के दौरान व्यापारियों से पैसे ऐंठते थे। बाकी चार आरोपी कोयला उठाव और ब्रोकरिंग में शामिल थे:-
- मोहम्मद सद्दाम
- इसराइल अंसारी
- मोहम्मद तबरक
- अरुण लाल
ये लोग ट्रक पास जारी करने और कोयला उठाने की मंजूरी के बदले अनुचित फायदा उठाते थे। आरोपी व्यापारियों पर दबाव डालते थे। सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। CBI अन्य संलिप्त लोगों की भी तलाश कर रही है।
कोयला परिवहन में भ्रष्टाचार का खेल
झारखंड के कोयला क्षेत्र में यह समस्या पुरानी है। आरोपी संगठित गिरोह की तरह काम करते थे। वे व्यापारियों को धमकाते थे कि बिना पैसे दिए काम नहीं होगा। इससे कोयला परिवहन महंगा हो जाता था और सरकार को नुकसान होता था। CBI की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि ईमानदार कामकाज बढ़ेगा। जांच में और लोग फंस सकते हैं। रामगढ़ जैसे इलाकों में कोयला खनन महत्वपूर्ण है, इसलिए भ्रष्टाचार रोकना जरूरी है।
आगे क्या होगा जांच में?
सभी आरोपी कोर्ट में पेश होंगे। CBI कोर्ट से रिमांड मांग सकती है। जांच में और छापे पड़ सकते हैं। अगर ज्यादा लोग शामिल पाए गए, तो बड़ा नेटवर्क बेनकाब हो सकता है। सरकार ने कोयला क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं चिंता बढ़ाती हैं। झारखंड पुलिस भी CBI के साथ सहयोग कर रही है।