रामभद्राचार्य का बयान विवादों में, पश्चिमी यूपी को बताया “मिनी पाकिस्तान”

मेरठ में विक्टोरिया पार्क में चल रही रामकथा के दौरान जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने ऐसा बयान दिया जिसने राजनीतिक हलकों में विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरठ में “इस्लामाबाद” नाम का मोहल्ला है और सवाल उठाया कि आखिर इसे क्या कहा जाए। स्वामी ने दावा किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश “मिनी पाकिस्तान” बनता जा रहा है और हिंदुओं को जागरूक होकर संगठित होने की आवश्यकता है।
स्वामी ने आरोप लगाया कि संभल जिले से हिंदुओं का बड़े पैमाने पर पलायन हुआ है और अब वहां केवल 15 प्रतिशत हिंदू ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि जबसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सत्ता में आए हैं, तबसे हालात में सुधार की कोशिशें शुरू हुई हैं, लेकिन खतरा अभी भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि हिंदू परिवारों को अपनी संतानों को धर्म शिक्षा देनी चाहिए और घर-घर धर्म पाठशाला शुरू करनी होगी।
रामभद्राचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे राष्ट्र की सेवा “राष्ट्र देवो भव” की भावना से कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हालिया बयानों को उन्होंने “बचकाना” बताया। एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर उन्होंने कहा कि “ईश्वर भारत को जिताएगा” और इसे केवल खेल नहीं बल्कि आस्था का विषय बताया।
हालांकि, उनके इस बयान का विरोध भी शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने इसे पश्चिमी यूपी के मुसलमानों का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि यहां हिंदू-मुस्लिम भाईचारा कायम है और ऐसे बयान सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले हैं। हसन ने सवाल उठाया कि जब देश की सत्ता, सेना और संस्थान हिंदुओं के हाथ में हैं तो “हिंदू खतरे में है” का नैरेटिव क्यों फैलाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: असम दौरे पर पीएम मोदी: 18,530 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास, कांग्रेस पर बोला हमला