वैशाली में पीएम मोदी का अपमान! सम्राट चौधरी ने राजद–कांग्रेस पर किया हमला, मांफ़ी की मांग

वैशाली: वैशाली के महुआ में हुई एक सार्वजनिक सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथित अपमान को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने महुआ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर कड़ी निंदा की और दोनों दलों से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की मांग की।
सम्राट चौधरी ने कहा कि वैशाली की धरती पर जो घटना हुई, वह बिहार और देश की इज्जत के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस के कुछ लोग और समर्थक प्रधानमंत्री की मां के प्रति अपमानजनक व्यवहार में शामिल रहे और इससे बिहार की छवि धूमिल हुई है। यदि विपक्ष माफी नहीं मांगता तो जनता आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी — उन्होंने यह चेतावनी भी दी। भाजपा इन घटनाओं के खिलाफ जिला स्तर पर कार्रवाई कराएगी, उन्होंने कहा।
उधर केंद्रीय नेता गिरिराज सिंह ने इसे बिहार की अस्मिता का अपमान बताया और कहा कि यह केवल व्यक्तिगत हमला नहीं बल्कि समाज के सम्मान का उल्लंघन है। उन्होंने तेजस्वी यादव के ऊपर तीखा रुख अपनाया और कहा कि 1990 के दशक के उस ‘जंगलराज’ वाले आचरण की याद दिलाने वाली घटनाएँ अब भी जारी हैं।
सुपुर्देवार टिप्पणी में भगवान-धर्म संबन्धी अलंकारों और कड़े शब्दों का उपयोग भी हुआ, जिस पर विपक्ष और नागरिक मंचों पर तीखी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। धार्मिक या व्यक्तिगत आग्रहजनक भाषा के इस्तेमाल पर दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हैं।
दूसरी ओर राजद और उसकी सहयोगी पार्टियों ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि घटना की सच्चाई की स्वतंत्र रूप से जांच होनी चाहिए और भावनाओं को भड़काने वाले बयानों से परहेज़ किया जाना चाहिए। राजद की ओर से फिलहाल औपचारिक प्रतिक्रिया सीमित रही है; कुछ नेताओं ने स्थानीय परिस्थितियों और संदर्भों का हवाला देते हुए सफ़ाई देने का संकेत दिया।
महुआ घटना ने बिहार की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है — भाजपा का आरोप और विपक्ष की प्रतिक्रिया दोनों तेज़ हैं। अब यह देखना बाकी है कि मामले का राजनीतिक और सामाजिक समाधान कैसे निकलता है और क्या दोनों पक्ष शांति और संवेदनशीलता से आगे बढ़ेंगे।



