पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर युद्ध जैसे हालात, तालिबान बलों ने पाकिस्तानी ठिकानों पर किया कब्जा

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव अब भीषण संघर्ष में बदल गया है। शनिवार को अफगान तालिबान बलों ने सीमा पार पाकिस्तान के कई जिलों पर हमला किया। जानकारी के अनुसार, झड़पें मुख्य रूप से पक्तिया, पक्तिका, कुनर, खोस्त, हेलमंद और नंगरहार प्रांतों में जारी हैं। अफगान तालिबान ने दावा किया कि यह हमला पाकिस्तान की हालिया एयरस्ट्राइक का जवाब है, जिसमें अफगानिस्तान की सीमा में स्थित एक बाजार को निशाना बनाया गया था।
पाकिस्तानी सेना ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई अफगान ठिकानों पर बमबारी की। सोशल मीडिया पर सामने आईं फुटेज और स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी बलों को इस संघर्ष में भारी नुकसान हुआ है। कई सैन्य चौकियां नष्ट हो गईं और कुछ हथियार अफगान सैनिकों के कब्जे में चले गए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी ड्रोन्स और रडार सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा है।
तालिबान प्रशासन ने आधिकारिक रूप से पुष्टि की है कि उनके सैनिकों ने पाकिस्तान की कई सीमा चौकियों पर कब्जा कर लिया है। वहीं, पाकिस्तान ने इसे “अनावश्यक गोलीबारी” बताया है और कहा है कि इस स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की जा रही है।
तनाव की यह नई लहर 9 अक्टूबर को शुरू हुई, जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के अंदर हवाई हमले किए थे। बताया जाता है कि पाकिस्तान का निशाना प्रतिबंधित संगठन टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) का सरगना नूर वली मेहसूद था। इन हमलों में कई आम नागरिकों के मारे जाने की भी खबरें आईं। इसके जवाब में अफगान बलों ने 11 अक्टूबर की रात नंगरहार और कुनार प्रांतों में पाकिस्तान की चौकियों पर हमला बोल दिया।
अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान ने दोबारा उनकी हवाई सीमा का उल्लंघन किया, तो “उसका जवाब पहले से कहीं अधिक कठोर” होगा।
सीमा के कई इलाकों में दोनों देशों की सेनाओं के बीच लगातार भारी गोलाबारी जारी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं और दो घायल हुए हैं। स्पिना शागा, गीवी और मणि जाभा जैसे इलाकों में टैंक और रॉकेट लॉन्चर तक का इस्तेमाल हो रहा है।
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स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है और सीमावर्ती गांवों से पलायन की खबरें भी आ रही हैं। हालांकि अभी तक नागरिक हताहतों की सटीक संख्या की पुष्टि नहीं हुई है।
इस बीच, अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा जारी है, जिससे इस तनावपूर्ण हालात के बीच कूटनीतिक समीकरण और भी जटिल हो गए हैं। भारत ने आधिकारिक बयान में हिंसा पर चिंता जताई है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।