Post Views: 96
रांची।अखिल भारतीय धोबी महासंघ की एक महत्वपूर्ण बैठक पुराने विधानसभा सभागार में आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से कांके के विधायक सुरेश बैठा को झारखंड प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया। इस बैठक में राष्ट्रीय अखिल भारतीय धोबी महासंघ के शीर्ष पदाधिकारी, झारखंड प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए महासंघ के प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठ सदस्य और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
बैठक में महिला अध्यक्ष शारदा देवी समेत महासंघ के अन्य पदाधिकारियों ने विधायक सुरेश बैठा को झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर अपनी सहमति व्यक्त की। इस मौके पर महासंघ के सदस्यों ने विश्वास जताया कि सुरेश बैठा अपने नए पद की जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निर्वहन करेंगे तथा धोबी समाज के हितों की रक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे।
जाति प्रमाण पत्र पर प्रस्ताव पारित करने की मांग
बैठक के दौरान झारखंड प्रदेश में धोबी समाज के युवाओं को जाति प्रमाण पत्र बनवाने में आ रही कठिनाइयों को प्रमुख मुद्दे के रूप में उठाया गया। महासंघ के कई सदस्यों ने यह मांग की कि विधायक सुरेश बैठा इस विषय को विधानसभा में उठाएं और जाति प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए एक प्रस्ताव पारित कराएं।
इस संदर्भ में जेडीयू सरायकेला-खरसावां जिला अध्यक्ष कौशलेंद्र कुमार ने विधायक सुरेश बैठा को बधाई देते हुए जाति प्रमाण पत्र से जुड़े मुद्दे को लेकर विधानसभा में अनुशंसा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि समाज के युवाओं को शैक्षणिक और सरकारी सेवाओं में जाति प्रमाण पत्र के अभाव में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जिसे दूर करने के लिए उचित सरकारी पहल आवश्यक है।
विधायक सुरेश बैठा का आश्वासन
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सुरेश बैठा ने अपने संबोधन में महासंघ के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का धन्यवाद किया और आश्वासन दिया कि वे धोबी समाज की सभी समस्याओं को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा, “जाति प्रमाण पत्र एक महत्वपूर्ण विषय है, और मैं इसे विधानसभा में उठाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। समाज के युवाओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए मैं सरकार से उचित नीति बनाने की अपील करूंगा।”
समाज के विकास पर विशेष जोर
बैठक में धोबी समाज के समग्र विकास पर भी चर्चा हुई। महासंघ के पदाधिकारियों ने समाज के बच्चों को शिक्षा, सरकारी नौकरियों और व्यवसाय में आगे बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक विकास से जुड़े कार्यक्रमों को लागू करने की बात कही गई।
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें महासंघ के विभिन्न पदाधिकारियों ने समाज के उत्थान के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।
