Bihar Assembly Monsoon Session 2025, तीसरे दिन भी सदन में जोरदार हंगामा, तेजस्वी और नीतीश के बीच हुई तीखी बहस,
बिहार चुनाव 2025 से पहले मानसून सत्र में विपक्ष का हंगामा, नीतीश सरकार पर अपराध और SIR के मुद्दे पर हमला

Bihar Assembly Monsoon Session 2025: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 21 जुलाई 2025 से शुरू हुआ और आज तीसरे दिन भी सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के बीच कानून-व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर तीखी बहस हुई। विपक्ष ने बिहार में बढ़ते अपराध और मतदाता सूची के पुनरीक्षण जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की। वहीं, नीतीश सरकार ने 12 महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश करने की तैयारी की है, जिनमें चार नए और आठ संशोधन विधेयक शामिल हैं। यह सत्र 26 जुलाई तक चलेगा और बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले यह काफी अहम माना जा रहा है।
विपक्ष का हंगामा और राबड़ी देवी का बयान
विपक्षी दल, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), ने सदन में जोरदार हंगामा किया। तेजस्वी यादव ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा। दूसरी ओर, आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार को सलाह दी कि अगर वह राज्य को संभाल नहीं पा रहे, तो अपने बेटे निशांत को मुख्यमंत्री बना दें। इस बयान पर तेज प्रताप यादव ने भी अपनी मां का समर्थन किया। विपक्षी विधायकों ने सदन में नारेबाजी की और विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को भी रोकने की कोशिश की, जिसके बाद मार्शलों ने हस्तक्षेप किया।
Bihar Assembly Monsoon Session 2025:सत्र में क्या है खास?
इस मानसून सत्र में नीतीश सरकार 50 हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश कर चुकी है। सरकार की कोशिश है कि इस सत्र में कई लोक-लुभावन विधेयक पास किए जाएं, जो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में फायदा दे सकें। दूसरी ओर, विपक्ष रोजगार, अपराध और मतदाता सूची जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। यह सत्र छोटा जरूर है, लेकिन बिहार की सियासत के लिए बेहद अहम है।
बिहार की जनता के लिए क्यों जरूरी?
यह सत्र बिहार की जनता के लिए कई मायनों में खास है। सरकार के नए विधेयक और बजट से रोजगार, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार की उम्मीद है। वहीं, विपक्ष के सवालों से बिहार की समस्याएं सामने आ रही हैं। जनता को इस सत्र से उम्मीद है कि उनके लिए कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे।