Bihar Chunav 2025: बिहार वोटर लिस्ट जांच के खिलाफ प्रदर्शन में हुई चूक, BJP ने उड़ाया जमकर मजाक
विपक्ष के SIR विरोध प्रदर्शन में 'लोकतंत्र' की गलत वर्तनी, BJP ने तंज कसते हुए कहा जो लिख नहीं सकते, वे लोकतंत्र की बात करते हैं।

Bihar Chunav 2025 : मॉनसून सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची में किए जा रहे बदलावों के खिलाफ संसद परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई और जेएमएम की सांसद महुआ माझी समेत कई सांसद शामिल थे। लेकिन इस दौरान एक ऐसी गलती हो गई, जिसने विपक्ष को सोशल मीडिया पर मजाक का पात्र बना दिया। उनके पोस्टर में “लोकतंत्र” की जगह “लोकतंत् र” लिखा गया, जिसे देखकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विपक्ष पर तंज कसते हुए खूब चुटकी ली।
पोस्टर में गलत वर्तनी ने खींचा ध्यान
विपक्षी सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर “लोकतंत्र पर वार” लिखे पोस्टर और बैनर लहराए। लेकिन इन पोस्टरों में “लोकतंत्र” शब्द की वर्तनी गलत थी, जिसे “लोकतंत् र” लिखा गया। इस गलती को सबसे पहले BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पकड़ा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “लोकतंत्र होता है, ‘लोकतंत् र’ नहीं।” इस पोस्ट के बाद BJP नेताओं और समर्थकों ने विपक्षी सांसदों का जमकर मजाक उड़ाया। उन्होंने तंज कसा कि जो लोग “लोकतंत्र” सही से लिख नहीं सकते, वे लोकतंत्र की बात कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला
यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। कई यूजर्स ने इस गलती को लेकर विपक्षी दलों, खासकर इंडिया गठबंधन, पर निशाना साधा। कुछ ने इसे महज टाइपिंग की गलती बताया, जबकि कुछ का मानना था कि विपक्ष ने जानबूझकर इसे सुर्खियों में लाने के लिए ऐसा किया।
विपक्ष का प्रदर्शन और सरकार का जवाब
विपक्षी सांसद बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) के तहत मतदाता सूची में हो रहे बदलावों का विरोध कर रहे थे। उनका दावा है कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इससे कई मतदाताओं के नाम कट सकते हैं। लेकिन उनकी इस गलती ने उनके प्रदर्शन के मुद्दे को पीछे छोड़ दिया। BJP ने इसे मौके के रूप में इस्तेमाल करते हुए विपक्ष की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
क्या थी विपक्ष की मंशा?
कई लोगों का मानना है कि यह गलती अनजाने में हुई, लेकिन कुछ का कहना है कि यह जानबूझकर किया गया ताकि चर्चा में रहा जाए। हालांकि, इस गलती ने विपक्ष के प्रदर्शन को हास्यास्पद बना दिया। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि छोटी-सी चूक भी राजनीति में बड़ा मुद्दा बन सकती है।