Bihar Chunav 2025: कुख्यात अपराधियों पर शिकंजा, CCA लगाने की तैयारी, भागलपुर में प्रशासन अलर्ट
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कुख्यात अपराधियों पर CCA लगाने की तैयारी, भागलपुर में पुलिस अलर्ट।

Bihar Chunav 2025: पटना, बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। इसे देखते हुए प्रशासन ने कानून-व्यवस्था को कड़ा करने के लिए कमर कस ली है। भागलपुर में पुलिस ने कुख्यात अपराधियों पर क्राइम कंट्रोल एक्ट (CCA) लगाने की योजना बनाई है। जेल में बंद और बाहर घूम रहे अपराधियों की लिस्ट तैयार की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। यह कदम निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। आइए, सरल शब्दों में जानें भागलपुर में प्रशासन की तैयारियों की पूरी कहानी।
अपराधियों पर CCA: क्यों जरूरी?
भागलपुर में पुलिस ने अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता दी है। जिला प्रशासन को निर्देश मिला है कि पिछले पांच सालों के आपराधिक रिकॉर्ड की समीक्षा करें। खास तौर पर हत्या, लूट, डकैती और चुनावी हिंसा जैसे मामलों में शामिल अपराधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद कुख्यात अपराधी भी अपराध की साजिश रच सकते हैं। इसलिए CCA के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह कानून गंभीर अपराधियों को हिरासत में रखने की अनुमति देता है। भागलपुर पुलिस ने 2021 से 2025 तक के मामलों की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की तैयारी: लिस्ट और निगरानी
पुलिस ने अपराधियों की कुंडली तैयार करना शुरू कर दिया है। जेल से रिहा हुए शातिर अपराधियों, जैसे सुपारी किलर और डकैत, की सूची बन रही है। थाना स्तर पर इनकी गतिविधियों पर 24×7 नजर रखी जा रही है। भागलपुर के SP ने बताया कि पुराने वारंट और कुर्की-जब्ती के मामलों को जल्द निपटाने के निर्देश हैं। आर्म्स एक्ट और चुनावी हिंसा से जुड़े मामलों की जांच तेज हो गई है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर साइबर सेल की पैनी नजर है। विशेष टीमें बनाई गई हैं, जो भड़काऊ सामग्री को तुरंत रोकेंगी।
विपक्ष का हमला, सरकार का जवाब
चुनाव से पहले कानून-व्यवस्था को लेकर सियासत भी गरमा रही है। विपक्ष ने सरकार पर अपराध नियंत्रण में नाकामी का आरोप लगाया है। जवाब में, पुलिस प्रशासन ने दावा किया कि शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भागलपुर में हाल के अपराधों की समीक्षा हो रही है, ताकि कोई अशांति न हो। पुलिस ने जेल में बंद अपराधियों से पूछताछ शुरू कर दी है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी आपराधिक गतिविधि चुनाव को प्रभावित न करे।
भागलपुर में क्यों खास ध्यान?
भागलपुर संवेदनशील जिला है, जहां अतीत में चुनावी हिंसा और अपराध की घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए प्रशासन ने यहां विशेष टीमें तैनात की हैं। जिला पुलिस और अर्द्धसैनिक बल मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ाकर अफवाहों को रोका जा रहा है। यह कदम न केवल भागलपुर, बल्कि पूरे बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव की गारंटी देगा।