Bihar Chunav news:बिहार विधानसभा में SIR को लेकर हंगामा, तेजस्वी ने कहा- पारदर्शिता होनी चाहिए, सदन 2 बजे तक स्थगित
तेजस्वी ने SIR पर सवाल उठाए, विपक्ष ने की चर्चा की मांग, बिहार चुनाव 2025 से पहले सियासी तनाव बढ़ा।

Bihar Chunav News: बिहार विधानसभा में मॉनसून सत्र के दौरान विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर सरकार से पारदर्शिता की मांग की, जिसके बाद सदन में तीखी बहस छिड़ गई। इस विवाद के कारण विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
Bihar Chunav News: तेजस्वी यादव ने उठाए सवाल, मांगा जवाब
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने SIR की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि मतदाता सूची में संशोधन का काम पूरी तरह पारदर्शी होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस प्रक्रिया में गड़बड़ी कर रही है, जिससे मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो सकता है। तेजस्वी ने कहा, “जनता का हक छिनने नहीं देंगे। SIR में हर कदम की जानकारी जनता को मिलनी चाहिए।” उनकी इस मांग को लेकर विपक्षी विधायकों ने सदन के वेल में पहुंचकर नारेबाजी की, जिससे माहौल और गर्म हो गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी में तीखी बहस
सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच SIR को लेकर तीखी नोकझोंक देखने को मिली। नीतीश ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से नियमों का पालन कर रही है। लेकिन विपक्ष ने उनकी बात को नकारते हुए हंगामा जारी रखा। इस दौरान विपक्षी विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और कार्यवाही को बाधित किया।
क्यों है SIR इतना महत्वपूर्ण?
SIR यानी विशेष गहन मतदाता सूची संशोधन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें मतदाता सूची को अपडेट किया जाता है। इसमें नए मतदाताओं का नाम जोड़ा जाता है और गलत या पुराने नाम हटाए जाते हैं। तेजस्वी का कहना है कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी से गलत लोग लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार इस पर खुलकर चर्चा करे और जनता को हर जानकारी दे।
सदन में क्या हुआ?
हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने कई बार विपक्षी विधायकों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हालात बेकाबू होने पर कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा। विपक्ष ने सड़क से लेकर सदन तक इस मुद्दे पर लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है।
आगे क्या होगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि दोपहर 2 बजे के बाद सदन की कार्यवाही में क्या नया मोड़ आता है। विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है, जबकि सरकार इसे नियमों के तहत सही बता रही है। बिहार की जनता की नजर इस बात पर है कि यह विवाद कैसे सुलझता है।