
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक बड़ा बयान दिया है। एक साक्षात्कार में जब उनसे पूछा गया कि बिहार में अगली सरकार कौन बनाएगा, महागठबंधन या NDA, तो उनका जवाब सुनकर सब हैरान रह गए। तेज प्रताप ने कहा, “हम जीत-हार का अनुमान नहीं लगाते, जनता तय करेगी कि कौन जीतेगा।” यह बयान बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है।
तेज प्रताप का RJD से निलंबन, क्या बोले?
तेज प्रताप को हाल ही में RJD से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस पर उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश की, भगवान सब देख रहे हैं। मैं अब इस मुद्दे से आगे बढ़ चुका हूं। मेरा ध्यान अब युवाओं की समस्याओं पर है।” तेज प्रताप ने यह भी साफ किया कि वह अब पार्टी के संगठन का हिस्सा नहीं हैं। वह महुआ सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
Bihar Election 2025: महुआ से फिर लड़ेंगे चुनाव
तेज प्रताप ने बताया कि वह महुआ विधानसभा सीट से फिर से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “मैं पहले भी महुआ से जीता हूं और वहां मेडिकल कॉलेज बनवाया। जनता चाहती है कि मैं फिर से वहां से लड़ूं। अगर RJD टिकट देगी तो ठीक, वरना मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरूंगा।” उनके इस बयान से RJD के अंदर और सियासी हलचल बढ़ गई है।
बिहार की सियासत में क्या होगा असर?
तेज प्रताप का यह बयान महागठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। उनके भाई तेजस्वी यादव ने SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) के मुद्दे पर चुनाव बहिष्कार की बात कही थी, लेकिन तेज प्रताप ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। दूसरी ओर, NDA ने इसे महागठबंधन की कमजोरी बताया है। तेज प्रताप ने नीतीश कुमार की सरकार पर भी निशाना साधा और कहा, “बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। यह ‘महा-महा जंगल राज’ है।”
बिहार में चुनावी माहौल गर्म है। तेज प्रताप का निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान और उनका तटस्थ रुख महागठबंधन और NDA दोनों के लिए सवाल खड़े कर रहा है। अब जनता की नजर इस बात पर है कि बिहार की सियासत में अगला कदम क्या होगा।