राजस्थान रॉयल्स से अलग हो सकते हैं संजू सैमसन ? अटकलों का बाजार गर्म…

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 भले ही अभी दूर हो, लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बार केंद्र में हैं राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन, जिनके टीम से संभावित अलगाव की खबरें जोर पकड़ रही हैं। क्रिकेट पोर्टल क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संजू सैमसन और राजस्थान रॉयल्स मैनेजमेंट के बीच कुछ गंभीर मतभेद उभरकर सामने आए हैं, जिसके चलते खुद संजू ने टीम से रिलीज या ट्रेड किए जाने का अनुरोध किया है।
क्या खुद संजू सैमसन चाहते हैं टीम से अलग होना?
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान रॉयल्स तो संजू सैमसन को अपने साथ बनाए रखना चाहती है, लेकिन खुद संजू अब टीम के साथ आगे नहीं बढ़ना चाहते। हालांकि, अभी तक न संजू और न ही टीम मैनेजमेंट की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने आया है।
यदि ये रिपोर्ट सही साबित होती है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि संजू आईपीएल 2026 के ऑक्शन में जाते हैं या किसी दूसरी फ्रेंचाइज़ी के साथ ट्रेड होते हैं।
आईपीएल नियम क्या कहते हैं?
आईपीएल के नियमों के अनुसार, एक खिलाड़ी जब किसी टीम से जुड़ता है, तो उसे तीन साल तक उसी टीम के साथ रहना होता है। अगर कोई खिलाड़ी टीम बदलना चाहता है, तो उसके लिए या तो टीम द्वारा रिलीज किया जाना आवश्यक होता है या फिर दोनों पक्षों की सहमति से ट्रेड की प्रक्रिया अपनाई जाती है। यानी संजू चाहकर भी अपनी मर्जी से टीम नहीं छोड़ सकते।
बैटिंग ऑर्डर को लेकर विवाद?
क्रिकबज की रिपोर्ट में बताया गया है कि संजू सैमसन को लेकर टीम के भीतर बैटिंग ऑर्डर और कप्तानी फैसलों को लेकर असहमति है। कहा जा रहा है कि संजू सैमसन ओपनिंग करना चाहते हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट उन्हें यह स्वतंत्रता नहीं दे रहा। पिछले सीजन में वैभव सूर्यवंशी के प्रदर्शन के बाद ओपनिंग स्लॉट पर उनकी दावेदारी मजबूत हुई है, जिससे विवाद की स्थिति बनी।
9 साल पुराना रिश्ता
संजू सैमसन और राजस्थान रॉयल्स का रिश्ता 2015 से शुरू हुआ, जब उन्होंने युवा खिलाड़ी के रूप में टीम से जुड़ाव बनाया। बाद में वे कप्तान बने और टीम को कई यादगार मुकाबले जितवाए। ऐसे में अगर दोनों के रास्ते अलग होते हैं, तो यह आईपीएल इतिहास के सबसे भावनात्मक अलगावों में से एक हो सकता है।
फिलहाल यह मामला पूरी तरह अटकलों पर आधारित है। जब तक संजू सैमसन या राजस्थान रॉयल्स की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आता, तब तक इन खबरों को सिर्फ संभावनाओं के रूप में ही देखा जाना चाहिए।
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