
Bihar News : पटना के बापू सभागार में 26 जून 2025 को आयोजित छात्र संसद के दौरान उस समय हंगामा मच गया, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव वहां मौजूद थे। इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्र शामिल हुए थे, लेकिन अचानक हालात बेकाबू हो गए। भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हुई, जिसके कारण कई छात्र घायल हो गए। इस अफरातफरी में बापू सभागार का मुख्य गेट भी टूट गया। तेजस्वी यादव किसी तरह सुरक्षित बाहर निकल पाए, लेकिन इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया।
क्या हुआ छात्र संसद में?
छात्र संसद का आयोजन बिहार के युवाओं को राजनीति और नेतृत्व के बारे में जागरूक करने के लिए किया गया था। तेजस्वी यादव इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। उनके भाषण के बाद छात्रों में उत्साह बढ़ गया और लोग उनके करीब जाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान भीड़ बेकाबू हो गई। कुछ छात्रों ने मंच की ओर बढ़ने की कोशिश की, जिसके कारण धक्का-मुक्की शुरू हो गई। हालात को संभालने के लिए मौके पर मौजूद पुलिस और आयोजकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इस हंगामे में कई छात्रों को मामूली चोटें आईं। कुछ छात्रों को गिरने के कारण चोट लगी, जबकि कुछ को भीड़ में दबने से परेशानी हुई। बापू सभागार का मुख्य गेट भी भीड़ के दबाव में टूट गया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। आयोजकों ने तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा बल बुलाए और तेजस्वी यादव को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
तेजस्वी यादव ने दी प्रतिक्रिया
घटना के बाद तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “छात्रों का जोश और उत्साह देखकर खुशी हुई, लेकिन ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए। हम सबकी सुरक्षा और एकता के लिए काम करते हैं। घायल छात्रों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।” उन्होंने आयोजकों से भविष्य में बेहतर व्यवस्था करने की अपील भी की।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पटना पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। पुलिस ने आयोजकों से पूछताछ शुरू की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है।
Bihar News :लोगों में चर्चा, भविष्य में क्या होगा?
इस घटना ने बिहार की राजनीति और छात्र संगठनों में हलचल मचा दी है। लोग सोशल मीडिया पर इस हंगामे की निंदा कर रहे हैं और बेहतर आयोजन की मांग कर रहे हैं। यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि बड़े आयोजनों में भीड़ प्रबंधन कितना जरूरी है।
घायल छात्रों की स्थिति
घायल छात्रों को नजदीकी अस्पतालों में प्राथमिक उपचार दिया गया है। ज्यादातर छात्रों की हालत स्थिर बताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने सभी घायलों के इलाज का खर्च उठाने का वादा किया है।