Bihar Politics 2025: राबड़ी देवी ने सम्राट चौधरी पर लगाए गंभीर आरोप, मोदी-नीतीश पर भी साधा निशाना
राबड़ी देवी का सम्राट चौधरी पर हमला, बचपन में गुंडई का आरोप, नीतीश-मोदी पर तंज कसते हुए कहा- विकास के नाम पर सिर्फ बातें।

Bihar Politics 2025: बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता राबड़ी देवी ने राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सम्राट चौधरी को “गुंडा” बताते हुए कहा कि वह बचपन से ही पटना के बोरिंग रोड पर हंगामा करते थे और लड़कियों को छेड़ते थे। राबड़ी देवी ने यह बयान बिहार विधान परिषद में दिया, जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा हमला बोला।
Bihar Politics 2025: सम्राट चौधरी पर राबड़ी देवी का हमला
राबड़ी देवी ने कहा मैं सम्राट चौधरी को बचपन से जानती हूँ। वह बोरिंग रोड पर गुंडई करते थे और लड़कियों को परेशान करते थे। अब वह दूसरों पर गुंडई का आरोप लगा रहे हैं। यह बयान उन्होंने विधान परिषद में विपक्ष के नेता के तौर पर दिया। उनके इस बयान ने बिहार की सियासत में नया बवाल खड़ा कर दिया है। सम्राट चौधरी, जो बीजेपी के बड़े नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं, पर इस तरह के आरोप ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया।
मोदी और नीतीश पर भी तंज
राबड़ी देवी ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “मोदी जी को लगता है कि 2014 से पहले दुनिया थी ही नहीं। वह हर चीज का श्रेय खुद लेते हैं।” नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वह बिहार में विकास के नाम पर सिर्फ बातें करते हैं, लेकिन काम कुछ नहीं होता। राबड़ी देवी ने यह भी कहा कि नीतीश और बीजेपी की गठबंधन सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।
बिहार में सियासी घमासान
राबड़ी देवी के इस बयान के बाद बीजेपी और राजद के बीच तनातनी बढ़ गई है। बीजेपी नेताओं ने उनके बयान को आधारहीन बताया और कहा कि यह सिर्फ सियासी ड्रामा है। वहीं, राजद समर्थकों का कहना है कि राबड़ी देवी ने सच बोला है और सम्राट चौधरी का पुराना रिकॉर्ड सबके सामने लाया है। बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह के बयान सियासत को और गर्म करने वाले हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
पटना के बोरिंग रोड इलाके में रहने वाले लोगों ने इस बयान पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी। कुछ लोगों का कहना है कि पुरानी बातों को उछालना सही नहीं, जबकि कुछ का मानना है कि नेताओं का पुराना रिकॉर्ड जनता को पता होना चाहिए। यह खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है, और लोग इस पर खुलकर अपनी राय दे रहे हैं।