Bihar Vidhan Sabha Update: बिहार विधानसभा में हंगामा, 6 बिल पास, विपक्ष का वॉकआउट, कार्यवाही स्थगित
तेजस्वी ने मतदाता सूची पर सवाल उठाए, 6 बिल पास, विपक्ष का वॉकआउट, कार्यवाही स्थगित

Bihar Vidhan Sabha Update: बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का तीसरा दिन 23 जुलाई 2025 को काफी हंगामेदार रहा। सदन में मतदाता सूची पुनरीक्षण (वोटर लिस्ट रिवीजन) को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची पर सवाल उठाए और सरकार पर निशाना साधा। जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी को उनके माता-पिता के कार्यकाल की याद दिलाई। नीतीश ने कहा कि पहले लोग रात में पटना में भी बाहर निकलने से डरते थे, लेकिन उनकी सरकार ने बिहार में कानून-व्यवस्था को बेहतर किया। उन्होंने महिलाओं और मुस्लिम समुदाय के लिए किए गए कामों का भी जिक्र किया।
Bihar Vidhan Sabha Update: राजद विधायक की टिप्पणी से बवाल
सदन में राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने विवादास्पद बयान दिया कि सदन किसी के बाप का नहीं है। इस बयान पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने कड़ा विरोध जताया। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने भाई वीरेंद्र से माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी। इस बात को लेकर सदन में काफी देर तक हंगामा हुआ। हंगामे के कारण अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। दोबारा शुरू होने पर विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया।
6 विधेयक पास, विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
विपक्ष के वॉकआउट के बाद विधानसभा की दूसरी पाली में 6 महत्वपूर्ण विधेयक पास हुए। इनमें जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय विधेयक और कारखाना संशोधन विधेयक शामिल हैं। दूसरी पाली सिर्फ 58 मिनट तक चली, जिसके बाद कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
Bihar Vidhan Sabha Update: विधान परिषद में भी हंगामा
विधान परिषद में भी विपक्ष ने मतदाता पुनरीक्षण के मुद्दे पर हंगामा किया। राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि सरकार विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के जरिए वोटबंदी कर रही है। विपक्षी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच, बिहार हिन्दू धार्मिक न्यास संशोधन विधेयक 2025 सहित 6 विधेयक पास हुए। हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही सिर्फ 15 मिनट चली और गुरुवार दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
सत्ता पक्ष और विपक्ष में तनातनी
सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। विपक्ष ने कानून-व्यवस्था और रोजगार जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की, जबकि सत्ता पक्ष ने विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। यह सत्र बिहार विधानसभा चुनाव से पहले होने के कारण बेहद अहम माना जा रहा है।