लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला, डिंपल यादव भी थीं विमान में सवार

लखनऊ एयरपोर्ट पर शनिवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E2111 रनवे पर पूरी रफ्तार पकड़ने के बाद भी टेकऑफ नहीं कर सकी। इस विमान में समाजवादी पार्टी सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, कुल 171 यात्री और 6 क्रू सदस्य सवार थे।
पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
जब विमान उड़ान भरने वाला था, तभी तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। अंतिम क्षणों में पायलट ने समझदारी दिखाते हुए विमान को रनवे के छोर पर रोक दिया। इस दौरान किसी यात्री को चोट नहीं आई। घटना के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित दूसरे विमान से दिल्ली भेजा गया। भारत में पिछले कुछ वर्षों से विमानों में तकनीकी खराबी के मामले चिंता का विषय बने हुए हैं।
इसे भी पढ़ें: बारिश और भूस्खलन के चलते श्री माता वैष्णो देवी यात्रा स्थगित
2025 में दर्ज हुए बड़े मामले
-
16 जून: हांगकांग-दिल्ली (AI 315) – तकनीकी संदेह पर लौटाया गया।
-
17 जून: सैन फ्रांसिस्को-मुंबई – इंजन खराबी, कोलकाता में इमरजेंसी लैंडिंग।
-
20 जून: अहमदाबाद (AI 171) – टेकऑफ के बाद तकनीकी फेलियर, 260 मौतें (बोइंग 787 की पुरानी चेतावनी नजरअंदाज)।
-
23 जुलाई: कोझिकोड-दोहा – टेकऑफ रोल में खराबी, उड़ान रद्द।
-
23 जुलाई: दिल्ली-मुंबई (एयर इंडिया एक्सप्रेस) – कॉकपिट स्क्रीन गड़बड़ी।
-
31 अगस्त: दिल्ली-इंदौर – इंजन में आग का अलर्ट, इमरजेंसी लैंडिंग।
-
11 सितंबर: दिल्ली-सिंगापुर – केबिन कूलिंग खराबी, 200+ यात्री उतारे गए।
-
12 सितंबर: स्पाइसजेट (कांडला-मुंबई) – लैंडिंग गियर का पहिया गिरा, इमरजेंसी लैंडिंग।
यह घटना दिखाती है कि भारत में विमान सुरक्षा और तकनीकी जांच प्रणाली को और मजबूत करने की जरूरत है। विशेषज्ञों का मानना है कि बार-बार आ रही खराबियों से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।