
Himachal News, शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 1 सितंबर 2025 को भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचाई। भूस्खलन के कारण चार लोगों की जान चली गई और कई घर मलबे में दब गए। यह हादसा शिमला के आसपास के इलाकों में हुआ, जहां सड़कें और संपर्क मार्ग भी पूरी तरह बाधित हो गए। यह खबर हिमाचल के लोगों और पर्यटकों के लिए बेहद अहम है।
लगातार बारिश ने पहाड़ों को कमजोर कर दिया, जिससे भूस्खलन की घटनाएं बढ़ीं। प्रभावित इलाकों में कई परिवार बेघर हो गए, और स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
Himachal News: भूस्खलन का नुकसान और प्रभाव
शिमला के कुछ हिस्सों में भूस्खलन ने सड़कों को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया। कई वाहन मलबे में फंस गए, और कुछ घरों को भारी नुकसान पहुंचा। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश की तीव्रता इतनी थी कि कुछ ही मिनटों में पहाड़ का हिस्सा खिसक गया। NDRF और स्थानीय पुलिस मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों और पहाड़ी इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
Himachal News: प्रशासन की कार्रवाई और राहत कार्य
हिमाचल सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू किए हैं। प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं, जहां भोजन, पानी और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिसके चलते शिमला में अलर्ट जारी किया गया है। सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें और मजदूर दिन-रात काम कर रहे हैं। पर्यटकों से भी सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा गया है।
लोगों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोग इस हादसे पर गहरा दुख जता रहे हैं। कई लोग सरकार से तेजी से राहत और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक इस प्राकृतिक आपदा से डरे हुए हैं। यह खबर हिमाचल में तेजी से वायरल हो रही है, और लोग एक-दूसरे को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। कुछ ने पर्यावरण संरक्षण और अवैध निर्माण पर सवाल उठाए हैं।