Hindi News: ओवैसी ने जिन्ना पर व्यक्त किया क्रोध, NCERT की किताब में भारत विभाजन अध्याय को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ी
भारत विभाजन पर NCERT किताब में जिन्ना को दोषी ठहराने पर राजनीतिक बहस हुई तेज

Hindi News: भारत के बंटवारे पर एनसीईआरटी की नई किताब में एक चैप्टर ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इस चैप्टर में मोहम्मद अली जिन्ना को बंटवारे का मुख्य जिम्मेदार बताया गया है। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि किसी एक समुदाय या व्यक्ति को बंटवारे के लिए दोषी ठहराना गलत है।
Hindi News: विवाद की मुख्य वजह क्या है?
एनसीईआरटी ने स्कूल के बच्चों के लिए एक नया मॉड्यूल बनाया है, जो सामान्य किताब का हिस्सा नहीं है। इस चैप्टर में कहा गया है कि भारत का बंटवारा तीन कारणों से हुआ। जिन्ना ने मुसलमानों के लिए अलग देश की मांग की, कांग्रेस ने इस मांग को मान लिया और लॉर्ड माउंटबेटन ने इसे लागू कर दिया। किताब में यह भी लिखा है कि उस समय भारतीय नेता प्रशासन, सेना और पुलिस के बारे में ज्यादा नहीं जानते थे, इसलिए समस्या बहुत बड़ी हो गई।
बंटवारे के दर्दनाक नतीजे
चैप्टर में बताया गया है विभाजन के दौरान लगभग 1.5 करोड़ लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा, भीषण हिंसा हुई और हज़ारों लोगों की जान चली गई। आज तक यह दर्द समाज के मन में ताज़ा है। किताब कश्मीर में सांप्रदायिक राजनीति और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को भी बंटवारे का नतीजा बताती है। पाकिस्तान ने कश्मीर पर तीन युद्ध लड़े लेकिन हार गया, अब आतंकवाद का सहारा ले रहा है।
ओवैसी का कड़ा विरोध
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर एनसीईआरटी बंटवारे के बारे में पढ़ाना चाहती है तो शमसुल इस्लाम की किताब ‘मुसलमानों का बंटवारे के खिलाफ संघर्ष’ को सिलेबस में शामिल करे। उन्होंने पूछा कि मुसलमानों को बंटवारे के लिए कैसे दोषी ठहराया जा सकता है? जो लोग चले गए, वे गए, लेकिन जो रह गए, वे देशभक्त हैं। ओवैसी ने झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस और बीजेपी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि ऐसी किताब को जलाना चाहिए। उन्होंने बंटवारे का दोष मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा पर डाला, न कि सिर्फ जिन्ना या कांग्रेस पर। वहीं, बीजेपी के गौरव भाटिया ने कहा कि बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ और राहुल गांधी की सोच जिन्ना जैसी है। विपक्ष ने चैप्टर को पक्षपाती बताया।