
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन का माहौल उस समय गरमा गया जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर तीखी बहस छिड़ गई। बहस की शुरुआत स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और पेपर लीक जैसे मुद्दों से हुई, लेकिन देखते ही देखते मामला व्यक्तिगत कटाक्ष और नीतीश कुमार की नेतृत्व शैली पर आ गया।
तेजस्वी ने सरकार पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने सदन में सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार के पास आगामी वर्षों के लिए कोई स्पष्ट विकास योजना नहीं है। उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बिहार कई क्षेत्रों में पिछड़ चुका है। तेजस्वी ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) को “वोट चोरी” की साजिश बताया और आरोप लगाया कि बूथ लेवल ऑफिसर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार में पेपर लीक के मामले सबसे ज्यादा हो रहे हैं और सरकार इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
विजय चौधरी का पलटवार
तेजस्वी के आरोपों पर जवाब देते हुए जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोई “हाईजैक” नहीं कर सकता। उन्होंने SIR प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बताते हुए कहा कि इसका मकसद अपात्र मतदाताओं को हटाना है, न कि वैध मतदाताओं को सूची से बाहर करना।
चौधरी ने तेजस्वी के आरोपों को “झूठ का पुलिंदा” बताते हुए नीतीश कुमार के सुशासन और विकास कार्यों का जिक्र किया।
तेजस्वी की विजय चौधरी पर व्यक्तिगत टिप्पणी
बहस उस वक्त और उग्र हो गई जब तेजस्वी यादव ने विजय चौधरी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि वे “बंदर की तरह कूदते हैं” और “बस बोलने आते हैं”। इस पर चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा, “मैं जहां रहता हूं, वहां काम करता हूं। मलाई चांपने का काम कुछ और लोग करते हैं।”
बात इतनी बढ़ गई कि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने तेजस्वी यादव को असंसदीय भाषा के इस्तेमाल को लेकर सख्त चेतावनी दी।
नीतीश कुमार पर तीखा हमला
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला तेज करते हुए कहा, “बीजेपी ने नीतीश जी को हाईजैक कर लिया है। अब उन्हें कुछ याद नहीं रहता। बिहार को अब एक मजबूत और दिलेर मुख्यमंत्री की जरूरत है।” उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार उनकी योजनाओं की नकल कर रही है और राज्य में स्थिरता का अभाव है।
इसके जवाब में विजय चौधरी ने कहा, “तेजस्वी जब उपमुख्यमंत्री थे, तब भी सरकार को हाईजैक करने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे।”