संजय कपूर की 30,000 करोड़ की संपत्ति विवाद में नया मोड़, हाई कोर्ट ने बहन मंधीरा का नाम हटाया

दिल्ली हाई कोर्ट ने संजय कपूर की संपत्ति और वसीयत विवाद मामले में उनकी बहन मंधीरा कपूर को कार्यवाही से बाहर कर दिया है। शुक्रवार, 12 सितंबर को कोर्ट ने साफ किया कि मंधीरा इस केस का हिस्सा नहीं हैं। यह आदेश संजय की तीसरी पत्नी और विधवा प्रिया सचदेव की याचिका पर सुनवाई के दौरान आया।
प्रिया का आरोप था कि मंधीरा ने ‘बैक डोर एंट्री’ के ज़रिए मामले में शामिल होने की कोशिश की थी। कोर्ट ने रिकॉर्ड दुरुस्त करते हुए कहा कि मंधीरा की ओर से किसी भी तरह का आवेदन दाखिल नहीं किया गया था और गलती से उनका नाम आदेश में शामिल हो गया था।
संजय कपूर का निधन 12 जून 2025 को हार्ट अटैक से हुआ था। उनके निधन के बाद से 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति और वसीयत को लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है।
इस केस में कई पक्षकार शामिल हैं। करिश्मा कपूर के बच्चे समायरा और कियान वादी हैं। प्रिया सचदेव और उनका छोटा बेटा पहले और दूसरे प्रतिवादी हैं। तीसरी प्रतिवादी संजय की मां रानी कपूर हैं, जिन्होंने हाल ही में दावा किया था कि उनके बेटे की संपत्ति हड़पने की कोशिश की गई। उनका कहना था कि उनसे ज़बरदस्ती कुछ दस्तावेज़ों पर साइन करवाए गए।
करिश्मा के बच्चों ने मांगा हिस्सा
10 सितंबर को करिश्मा कपूर के बच्चों ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर पिता की संपत्ति में हिस्सेदारी की मांग की थी। उनका आरोप है कि सौतेली मां प्रिया सचदेव ने नकली वसीयत तैयार करवाई, जिसमें उनके नाम का कोई उल्लेख नहीं है।
संजय की बहन मंधीरा कपूर ने भी करिश्मा के बच्चों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि वह भतीजे-भतीजी के साथ खड़ी हैं और न्याय की लड़ाई में उनका साथ देंगी।
ये भी पढ़ें: ट्रंप का बड़ा कदम: चीन पर 100% तक टैरिफ की मांग, नाटो देशों से रूस का तेल खरीदना बंद करने की अपील