Jharkhand Excise Policy 2025: झारखंड में नई शराब नीति के तहत 1 जुलाई से शराब बिक्री पर संकट, प्रक्रिया अभी भी अधूरी
झारखंड में नई शराब नीति लागू करने से पहले लॉटरी प्रक्रिया अधूरी, 1 जुलाई से संकट की आशंका

Jharkhand Excise Policy 2025: झारखंड में नई उत्पाद नीति को लेकर बड़ा असमंजस बना हुआ है। 1 जुलाई से नई नीति के तहत शराब की बिक्री शुरू होनी थी, लेकिन जरूरी प्रक्रियाएं पूरी नहीं होने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। झारखंड स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (JSBCL) ने कहा है कि जब तक लॉटरी प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक शराब की बिक्री उनकी देखरेख में जारी रहेगी। लेकिन इस बारे में जिलों को कोई साफ निर्देश नहीं मिला है।
नई शराब नीति क्या है?
झारखंड सरकार ने मई 2025 में नई उत्पाद नीति को मंजूरी दी थी। इसके तहत शराब की खुदरा बिक्री (retail sales) अब निजी लोगों को दी जाएगी, जबकि थोक बिक्री (wholesale) JSBCL के पास रहेगी। नई नीति में 1,453 शराब दुकानों का आवंटन लॉटरी सिस्टम से होना है। साथ ही, वैट (VAT) को 75% से घटाकर 5% करने की योजना है, जिससे विदेशी शराब सस्ती होगी, लेकिन स्थानीय ब्रांड महंगे हो सकते हैं।
Jharkhand Excise Policy 2025: प्रक्रिया क्यों अटकी?
1 जुलाई से नई नीति लागू होनी थी, लेकिन अब केवल 10 दिन बचे हैं और लॉटरी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। उत्पाद आयुक्त (Excise Commissioner) के प्रशिक्षण में होने के कारण काम रुका हुआ है। जिलों को कोई पत्र या निर्देश नहीं भेजा गया, जिससे जिला प्रशासन भी असमंजस में है। इससे शराब दुकानों की बिक्री पर असर पड़ सकता है।
लोगों पर क्या असर?
अगर लॉटरी प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हुई, तो 1 जुलाई से शराब की बिक्री में रुकावट आ सकती है। इससे दुकान मालिकों और ग्राहकों को परेशानी होगी। हालांकि, उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि JSBCL की देखरेख में बिक्री जारी रहेगी। लेकिन बिना साफ निर्देश के दुकानदार चिंतित हैं। साथ ही, नई नीति में मॉल्स और बड़े स्टोर्स में भी शराब बिक्री की अनुमति दी गई है।
सरकार का अगला कदम
चुनाव आयोग ने नई नीति लागू करने के लिए 40-45 दिन का समय बताया था, लेकिन अब यह प्रक्रिया जुलाई तक खिसक सकती है। NIC ने लॉटरी के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसका टेस्ट हो चुका है। जल्द ही दुकानों का आवंटन शुरू होने की उम्मीद है।