
Jharkhand News: झारखंड के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपनी जान को खतरा होने का दावा किया है। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें झूठे मुकदमों में फंसाने और चरित्र हनन की साजिश शामिल है। गिरिडीह में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री और कुछ भ्रष्ट अधिकारी उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। यह खबर झारखंड की सियासत में बड़ा हंगामा मचा सकती है।
मरांडी ने क्या कहा?
बाबूलाल मरांडी ने बताया कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके करीबी अधिकारी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। मरांडी का कहना है कि शराब घोटाला, खनन माफिया, और JSSC-JPSC भर्ती घोटालों जैसे मुद्दों को उठाने की वजह से सरकार उनसे परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार फर्जी स्टिंग ऑपरेशन और झूठे केस के जरिए उनकी छवि खराब करना चाहती है। मरांडी ने कहा, “मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलता रहूंगा, चाहे कुछ भी हो जाए।”
पहले भी हुआ था खतरे का दावा
मरांडी ने 2013 की एक घटना का जिक्र किया, जब हेमंत सोरेन की सरकार थी। तब भी उन्होंने शिकारीपारा में नक्सलियों द्वारा सुपारी देने की बात कही थी। उस समय केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए CRPF तैनात की थी। मरांडी ने कहा कि अब फिर से वैसी ही साजिश हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि 2008 में उनके बेटे की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। मरांडी ने चेतावनी दी कि अगर उनके या उनके परिवार के साथ कुछ हुआ, तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
JMM ने क्या जवाब दिया?
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने मरांडी के आरोपों को खारिज किया है। JMM प्रवक्ता तनुज खत्री ने कहा कि मरांडी सस्ती लोकप्रियता के लिए बेबुनियाद बातें कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हेमंत सोरेन की सरकार विकास, आदिवासी कल्याण और जन-केंद्रित योजनाओं पर काम कर रही है। JMM ने कहा कि मरांडी का यह बयान लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है।
जनता के लिए क्या मतलब?
मरांडी के इन आरोपों ने झारखंड की सियासत को गर्मा दिया है। बीजेपी का कहना है कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी, जबकि JMM इसे राजनीतिक ड्रामा बता रही है। जनता को सलाह दी जाती है कि वह ताजा खबरों पर नजर रखे और विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी ले।

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