
Jharkhand News: झारखंड की कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने रांची में कांग्रेस मुख्यालय में जनता दरबार लगाया। इस दौरान गुमला के चैनपुर निवासी विनोद खलखो ने अपनी जमीन पर कब्जे की शिकायत की, जिसे सुनकर मंत्री और अधिकारी हैरान रह गए। विनोद ने बताया कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर गलत तरीके से कब्जा किया जा रहा है। मंत्री ने तुरंत कार्रवाई का भरोसा दिया और कहा कि जनता की समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा।
विनोद खलखो की क्या है शिकायत?
विनोद खलखो, जो पूर्व विधायक फबियानुस खलखो के बेटे हैं, ने जनता दरबार में अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि गुमला के चैनपुर में उनकी 1.65 एकड़ जमीन है, जहां बाजार लगता है। यह जमीन उनके दादा जोहन खलखो के नाम थी, जिन्होंने इगनिश खलखो को नौकर रखा था। विनोद ने आरोप लगाया कि पंजी टू में इगनिश का नाम तो है, लेकिन उसमें कोई तारीख या अधिकारी का नाम नहीं है। उन्होंने अधिकारियों पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया। इस शिकायत ने सबका ध्यान खींचा।
85 लोगों की समस्याओं को सुना
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने जनता दरबार में 85 लोगों की समस्याएं सुनीं। इनमें जमीन विवाद, तालाबों का जीर्णोद्धार और अन्य मुद्दे शामिल थे। शिल्पी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लोगों की शिकायतों का तुरंत समाधान करें। उन्होंने कहा, “यह मामला कोर्ट में है, लेकिन हम हर शिकायत को गंभीरता से देखेंगे और जल्दी निपटारा करेंगे।” उनकी सक्रियता से लोगों में विश्वास बढ़ा है। शिल्पी की कोशिश है कि ग्रामीण इलाकों के लोगों को न्याय आसानी से मिले।
कौन हैं शिल्पी नेहा तिर्की?
33 साल की शिल्पी नेहा तिर्की झारखंड की सबसे युवा मंत्री हैं। वे मांडर से कांग्रेस विधायक हैं और 2022 में अपने पिता बंधु तिर्की की सीट पर उपचुनाव जीतकर विधायक बनी थीं। उनके पिता को भ्रष्टाचार के एक मामले में सजा के बाद अयोग्य घोषित किया गया था। शिल्पी ने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मार्केटिंग कम्युनिकेशन में डिप्लोमा किया है और लाखों की नौकरी छोड़कर राजनीति में आईं। उनकी मेहनत और जनता के प्रति समर्पण की हर जगह तारीफ हो रही है।
जनता दरबार से उम्मीदें
शिल्पी नेहा तिर्की का जनता दरबार झारखंडवासियों के लिए आशा की किरण है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां जमीन विवाद और सरकारी सुविधाओं की कमी आम है, यह पहल राहत दे रही है। विनोद खलखो की शिकायत से साफ है कि जनता दरबार में आम आदमी की आवाज सुनी जा रही है। लोग अब अपनी समस्याओं के शीघ्र समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।

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