Jharkhand News: जामताड़ा में पुराना पुल ढहा, 150 गाँवों का संपर्क टूटा, लोग परेशान
जामताड़ा में दक्षिण बहाल पुल के ढहने से 150 गाँव कटे, स्कूल-अस्पताल जाने में मुश्किल, प्रशासन ने शुरू की जांच, लोग बोले- सरकार तुरंत बनाए नया पुल

Jharkhand News: 29 जुलाई 2025 को जामताड़ा जिले में दक्षिण बहाल पुल के ढहने से 150 से अधिक गाँवों का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क टूट गया है। यह पुल जामताड़ा और देवघर को जोड़ता था और 1980 में पत्थरों से बनाया गया था। भारी बारिश के कारण नदी का तेज बहाव इस पुराने पुल को सहन नहीं कर सका, जिससे यह पूरी तरह टूट गया। इस घटना ने इलाके में अफरा-तफरी मच गई है।
गाँववासियों की मुश्किलें बढ़ीं, स्कूल-हॉस्पिटल जाने में दिक्कत
यह पुल रोजाना हजारों लोगों के लिए महत्वपूर्ण था। स्कूल जाने वाले बच्चे, अस्पताल जाने वाले मरीज, और मजदूर इस पुल का उपयोग करते थे। अब इस पुल के टूटने से लोगों को 15-20 किलोमीटर का लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है। एक छात्रा, आरती कुमारी, ने बताया, “मैं इस पुल से रोज कॉलेज जाती थी। अब गाँव दुनिया से कटा हुआ लगता है।” इस घटना से दिहाड़ी मजदूरों और मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है।
प्रशासन का रवैया और भविष्य की योजना
पुल के टूटने के बाद जिला प्रशासन ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। नदी में अभी भी तेज बहाव के कारण मलबे के पास जाना खतरनाक है, इसलिए लोगों को वहाँ न जाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए टीमें तैनात की हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की खराब हालत को पहले ही ठीक करना चाहिए था। 18 जुलाई को भारी बारिश के बाद इस पर दोपहिया वाहनों को छोड़कर अन्य यातायात बंद कर दिया गया था, लेकिन यह कदम पर्याप्त नहीं था।
सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग
स्थानीय लोग और छात्र इस घटना से बहुत परेशान हैं। उनका कहना है कि अगर सरकार तुरंत नया पुल नहीं बनवाती, तो आपात स्थिति में बड़ी मुसीबत हो सकती है। यह क्षेत्र झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, और लोग उनसे इस समस्या के समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।