Jharkhand News: दुर्गा पूजा में आतंक मचाने वाले चेन स्नैचर गिरोह का भंडाफोड़, झारखंड पुलिस ने 33 अपराधियों को किया गिरफ्तार
झारखंड पुलिस ने दुर्गा पूजा में आतंक मचाने वाले 33 चेन स्नैचरों के अंतर-राज्यीय गिरोह का किया भंडाफोड़।

Jharkhand News: झारखंड में दुर्गा पूजा के त्योहारी सीजन के दौरान आतंक का पर्याय बन चुके एक बड़े अंतर-राज्यीय चेन स्नैचर गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। झारखंड पुलिस ने एक बड़े और समन्वित ऑपरेशन में, इस गिरोह के 33 सदस्यों को राज्य के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किया है। इस गिरोह में चेन छीनने वाले स्नैचरों से लेकर चोरी का सोना खरीदने वाले सुनार तक शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी को पुलिस एक बड़ी सफलता मान रही है।
पूजा पंडालों के पास महिलाओं को बनाते थे निशाना
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह खास तौर पर दुर्गा पूजा के दौरान सक्रिय होता था, जब बाजारों और पूजा पंडालों में भारी भीड़ होती है। गिरोह के सदस्य तेज रफ्तार बाइक पर सवार होकर निकलते थे और भीड़ में चल रही महिलाओं को अपना निशाना बनाते थे। बाइक चलाने वाला अपराधी तेजी से बाइक चलाता था और पीछे बैठा दूसरा अपराधी महिलाओं के गले से चेन या मंगलसूत्र छीनकर फरार हो जाता था। पिछले कुछ दिनों में रांची, जमशेदपुर और धनबाद में इस तरह की दर्जनों घटनाएं सामने आई थीं।
स्नैचर से लेकर सोना खरीदने वाले सुनार तक, 33 गिरफ्तार
राज्य में चेन छीनने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, पुलिस महानिदेशक (DGP) ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। इस टीम ने एक साथ कई जिलों में छापेमारी की। इस ऑपरेशन में न केवल बाइक पर घूमने वाले स्नैचर पकड़े गए, बल्कि गिरोह के सरगना और उन सुनारों को भी गिरफ्तार किया गया जो इस चोरी के सोने को औने-पौने दामों पर खरीदते थे। पुलिस ने इनके पास से दर्जनों सोने की चेन, मंगलसूत्र, कई तेज रफ्तार मोटरसाइकिलें और नकदी भी बरामद की है।
CCTV और मोबाइल सर्विलांस से मिला सुराग
इस गिरोह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने आधुनिक तकनीक का सहारा लिया। टीम ने पूजा पंडालों के आसपास लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया, जिससे अपराधियों की मोटरसाइकिलों की पहचान हुई। इसके बाद, मोबाइल सर्विलांस की मदद से इन अपराधियों की लोकेशन को ट्रैक किया गया और पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ कर दिया गया। गिरफ्तार किए गए कुछ अपराधी पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले हैं, जो खास तौर पर त्योहार के दौरान अपराध करने के लिए झारखंड आए थे।