Jharkhand News: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जुलाई को झारखंड में, देवघर एम्स के दीक्षांत समारोह में होंगी शामिल
द्रौपदी मुर्मू 31 जुलाई-1 अगस्त को देवघर, रांची, धनबाद में कार्यक्रमों में शामिल होंगी।

Jharkhand News: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक झारखंड के दो दिवसीय दौरे पर आ रही हैं। इस दौरान वे देवघर, रांची और धनबाद में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। उनके इस दौरे को लेकर झारखंड प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि यह यात्रा यादगार और सुरक्षित हो। राष्ट्रपति का यह दौरा झारखंड के लोगों के लिए गर्व का पल होगा, क्योंकि वे पहले भी राज्य की राज्यपाल रह चुकी हैं।
Jharkhand News: 31 जुलाई को देवघर में क्या होगा खास?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जुलाई को अपने दौरे की शुरुआत देवघर से करेंगी। वे सुबह बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद दोपहर में वे देवघर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के पहले दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। इस समारोह में छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी, जो संथाल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा। देवघर प्रशासन और एम्स प्रबंधन इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं। श्रावणी मेला चल रहा है, इसलिए राष्ट्रपति की सुरक्षा और कांवरिया पथ को बिना बाधित किए व्यवस्था की जा रही है।
धनबाद और रांची में भी होंगे कार्यक्रम
1 अगस्त को राष्ट्रपति धनबाद में आईआईटी (ISM) के 45वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। इस दौरान 37 छात्रों को स्वर्ण पदक, 35 को रजत पदक और 21 को अन्य पुरस्कार दिए जाएंगे। लगभग 2000 छात्रों को डिग्री प्रदान की जाएगी। इसके बाद वे रांची पहुंचेंगी, जहां वे राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। इस दौरे में सुरक्षा के लिए धनबाद हवाई पट्टी को 31 जुलाई सुबह 10 बजे से 1 अगस्त शाम 6 बजे तक ‘नो-फ्लाइंग जोन’ घोषित किया गया है। रांची में भी ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं, जिसमें भारी वाहनों पर रोक और रूट डायवर्जन शामिल है।
झारखंड के लिए क्यों खास है यह दौरा?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का झारखंड से गहरा नाता है। वे झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रह चुकी हैं और उनकी सादगी और कार्यशैली को लोग आज भी याद करते हैं। इस दौरे से शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में झारखंड की प्रगति को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। मुख्य सचिव अलका तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रपति के दौरे को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए हर छोटी-बड़ी व्यवस्था को समय पर पूरा किया जाए।