मुंबई-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ‘मैच फिक्सिंग’ के आरोप के बाद शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी में ‘एक उग्र राक्षस घुस गया है।’
ठाकरे खेमे का दावा
राहुल गांधी ने भाजपा और भारत के चुनाव आयोग के भ्रष्ट गठजोड़ को उजागर कर दिया है।इसके कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे लोगों का ‘मेकअप’ खराब हो गया।दूसरों के चेहरे से धूल झाड़ने से पहले उन्हें आईने में अपना चेहरा देखना चाहिए।अब मेकअप पूरी तरह से उतर चुका है।
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में छपे संपादकीय में ठाकरे खेमे ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता के संवैधानिक पद पर बैठे हैं। उन्होंने कहा, “जब मोदी-शाह सत्ता में थे, तब उन्होंने कांग्रेस को विपक्ष के नेता का पद नहीं मिलने दिया, लेकिन इस बार जनता ने राहुल गांधी को ताकत दी और वे विपक्ष के नेता बन गए। इसलिए उनके आरोपों को महज शिकायत मानकर चुनाव आयोग को ‘स्वतः संज्ञान’ लेकर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन क्या मोदी-शाह ऐसा होने देंगे?
सामना संपादकीय में कहा
“राहुल गांधी ने लोकतांत्रिक तरीके से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर अपनी राय रखी। इसके लिए उन्होंने देश के कई अखबारों में लेख लिखे और इस बारे में विस्तृत जानकारी दी कि चुनाव आयोग ने किस तरह महाराष्ट्र का चुनाव चुराया। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र ने मोदी एंड कंपनी को हराया। ‘अबकी बार चार सौ पार’ का सपना महाराष्ट्र की वजह से टूट गया। महाराष्ट्र का संकल्प इतना मजबूत था।
उसके बाद छह महीने के भीतर विधानसभा चुनाव हुए। हालांकि, इस चुनाव में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना को मिलकर 50 सीटें भी नहीं मिलीं। लोकसभा चुनाव के महज छह महीने बाद ऐसा उलटफेर कैसे हो सकता है? क्या कोई इसे समझता है? राहुल गांधी ने अपने लेख में खुलासा किया कि कैसे चुनाव आयोग की मदद से महाराष्ट्र चुनाव में यह सब मैच फिक्सिंग हुई, कैसे यह सब लोकतंत्र के लिए हानिकारक है और कैसे महाराष्ट्र के बाद आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी यही ‘मैच फिक्सिंग’ पैटर्न लागू किया जाएगा।”
शिवसेना ने संपादकीय में कहा कि मोदी सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को नियंत्रित करने के लिए कई चालें चलीं, जिसमें चुनाव आयोग में अपनी मर्जी के मुताबिक पैनल बनवाना भी शामिल है।राहुल गांधी ने मतदाता सूची में घोटाले और 60-70 लाख मतदाताओं की संख्या बढ़ने तथा शाम पांच बजे के बाद मतदान की बात कही।उन्होंने यह अहम सवाल उठाया।
“राहुल गांधी की मांग सरल है। उनकी एक मांग है कि महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए एक समेकित डिजिटल मशीन-पठनीय मतदाता सूची प्रकाशित की जाए और दूसरी मांग है कि महाराष्ट्र के सभी मतदान केंद्रों के शाम 5 बजे के बाद के सभी सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक किए जाएं। राहुल गांधी के सवालों का सीधे जवाब देने के बजाय चुनाव आयोग ने भाजपा नेताओं को वकील नियुक्त कर दिया है।