बिहार चुनाव से पहले सियासी भिड़ंत तेज, प्रशांत किशोर और सम्राट चौधरी आमने-सामने

डेस्क: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गर्माहट बढ़ती जा रही है। सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जदयू नेता और मंत्री सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, सम्राट चौधरी ने पलटवार करते हुए पीके की संपत्ति, कमाई और फंडिंग पर सवाल उठाए हैं।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीके ने सम्राट चौधरी पर 1995 के तारापुर हत्याकांड में गलत उम्र का सर्टिफिकेट दिखाकर जेल से छूटने का आरोप लगाया। उन्होंने इसके लिए सम्राट की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की। इसके अलावा पीके ने सम्राट को शिल्पी-गौतम हत्याकांड से भी जोड़ा और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उनसे सवाल पूछे।
सम्राट चौधरी ने कहा कि 1995 में उनके परिवार के सदस्यों को जेल में डाला गया था और उनके घर पर हमले भी हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रशासन ने उनके परिवार को निशाना बनाया था। शिल्पी-गौतम हत्याकांड में उन्होंने कहा कि पूरी जांच सीबीआई ने की और उनके खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं है।
संपत्ति और फंडिंग को लेकर पूछे गए सवालों पर सम्राट चौधरी ने कहा, “प्रशांत किशोर ने 241 करोड़ रुपये की कमाई का दावा किया। राजनीति में आने से पहले यह पैसा क्यों नहीं लिया गया और अब अचानक पटना के पाटलिपुत्र में 32 करोड़ की संपत्ति कैसे हो गई? सबका हिसाब होना चाहिए।”
बिहार में चुनावी सियासत के बीच यह विवाद अगले कुछ हफ्तों तक गर्म रहता दिखाई देगा।