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नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ पर 90 दिनों के लिए रोक लगाने की घोषणा की, हालांकि चीन को इस छूट से बाहर रखा गया है। इसके बाद बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भारी उछाल देखने को मिला।
अमेरिकी निवेशक ट्रंप के फैसले का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि ज्यादातर रेसिप्रोकल टैरिफ पर रोक लगा दी गई है, निवेशकों ने तेजी से शेयर खरीदना शुरू कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज अपने इतिहास में पहली बार 3,000 अंक तक उछल गया।
इस तेजी का असर एशियाई बाजारों पर भी दिखा। जापान के शेयर बाजार में 10% की उछाल आई। हालांकि, भारतीय निवेशक इस मौके का फायदा नहीं उठा सके क्योंकि महावीर जयंती के कारण घरेलू शेयर बाजार बंद रहा।
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अरबपतियों की संपत्ति में जोरदार वृद्धि
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शेयर बाजार की इस ऐतिहासिक तेजी ने कई अरबपतियों की संपत्ति में जबरदस्त इजाफा किया।
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ऐमजॉन के शेयरों में 11.98% की तेजी से जेफ बेजोस की नेटवर्थ 18.5 अरब डॉलर बढ़कर 210 अरब डॉलर हो गई।
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फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जकरबर्ग की संपत्ति 25.8 अरब डॉलर बढ़कर 207 अरब डॉलर हो गई।
वॉरेन बफे की संपत्ति में 8.12 अरब डॉलर, लैरी एलिसन की 15.5 अरब डॉलर, बिल गेट्स की 4.81 अरब डॉलर, लैरी पेज की 11.0 अरब डॉलर, स्टीव बालमर की 11.2 अरब डॉलर और सर्गेई ब्रिन की 10.2 अरब डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
इस रिकॉर्ड बढ़त के बावजूद, कुछ अरबपतियों की संपत्ति में गिरावट भी देखी गई। एक अज्ञात अरबपति की नेटवर्थ में 107 अरब डॉलर की गिरावट आई है, जो इस उछाल के बीच एक अपवाद साबित हुआ।
अमेरिकी बाजारों की यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है, बशर्ते वैश्विक आर्थिक नीतियों में कोई बड़ा बदलाव न हो।
