Jharkhand News: कम खर्च पर वित्त मंत्री का सख्त रुख, मुख्य सचिव को लिखा पत्र
वित्त मंत्री का सख्त रुख, कम खर्च पर मुख्य सचिव को पत्र, विकास योजनाओं पर जोर

Jharkhand News: झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने राज्य के विभिन्न विभागों में कम खर्च को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने इस मामले में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह पत्र सोशल मीडिया और समाचारों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह झारखंड सरकार की कार्यप्रणाली और विकास योजनाओं से जुड़ा है।
वित्त मंत्री ने अपने पत्र में बताया कि कई विभागों में आवंटित बजट का सही उपयोग नहीं हो रहा है। इससे विकास कार्यों में देरी हो रही है, जो आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव से इस मामले की गहन जांच करने और विभागों को खर्च बढ़ाने के लिए निर्देश देने को कहा है।
क्यों है यह मुद्दा महत्वपूर्ण?
झारखंड जैसे राज्य में, जहां ग्रामीण और छोटे शहरों में रहने वाले लोग बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर हैं, बजट का सही उपयोग बहुत जरूरी है। अगर विभाग आवंटित राशि को खर्च नहीं करते, तो योजनाएं अधूरी रह जाती हैं। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है।
वित्त मंत्री ने पत्र में साफ कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर गांव और शहर तक विकास पहुंचे। इसके लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर समय पर सुधार नहीं हुआ, तो सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
Jharkhand News : आम लोगों पर क्या होगा असर?
यह पत्र आम लोगों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। अगर विभाग सक्रिय होकर बजट का उपयोग करेंगे, तो सड़कों का निर्माण, स्कूलों की मरम्मत, अस्पतालों में सुविधाएं और रोजगार योजनाएं तेजी से लागू हो सकेंगी। खासकर टियर-4 और उससे नीचे के शहरों में रहने वाले लोग, जो सरकारी योजनाओं पर निर्भर हैं, उन्हें इसका सीधा लाभ मिलेगा।
वित्त मंत्री का यह कदम दिखाता है कि सरकार विकास के लिए गंभीर है। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि मुख्य सचिव इस पत्र पर जल्द कार्रवाई करेंगे और विभागों को सक्रिय करेंगे।