डॉलर के दबाव से उबरकर मजबूत हुआ रुपया, शेयर बाजार में भी तेजी

भारतीय रुपया लगातार कई दिनों की कमजोरी के बाद आखिरकार मंगलवार, 30 सितंबर 2025 को थोड़ी मजबूती हासिल करने में सफल रहा। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन पैसे चढ़कर 88.72 पर पहुंच गया। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और घरेलू शेयर बाजार में सकारात्मक रुख ने रुपये को सहारा दिया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, अमेरिकी डॉलर में मजबूती और विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये की रफ्तार को सीमित किया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.79% गिरकर 67.43 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जिससे रुपये पर से दबाव कुछ कम हुआ।
मिराए एसेट शेयरखान के रिसर्च एनालिस्ट (मुद्रा और जिंस) अनुज चौधरी का कहना है कि कमजोर घरेलू बाजार और कच्चे तेल की कीमतों में संभावित बढ़ोतरी आने वाले दिनों में रुपये को कमजोर बना सकती है। साथ ही, आयातकों की डॉलर की बढ़ी हुई मांग भी दबाव बढ़ा सकती है। हालांकि, डॉलर में कमजोरी और रिजर्व बैंक (RBI) के संभावित हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तर पर सहारा मिल सकता है।
आरबीआई के फैसले पर निगाहें
निवेशकों की नजर अब RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक पर टिकी है, जिसकी घोषणा बुधवार को होगी। उम्मीद है कि इस फैसले का रुपये की दिशा पर सीधा असर पड़ेगा।
शेयर बाजार में जोश
रुपये की मजबूती के साथ ही शेयर बाजार में भी आज तेजी देखने को मिली।
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सेंसेक्स 312.88 अंक चढ़कर 80,677.82 पर खुला।
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निफ्टी 50 96.90 अंक उछलकर 24,731.80 पर पहुंचा।
टॉप गेनर्स में टाइटन, एशियन पेंट्स और पावर ग्रिड के शेयर शामिल रहे, जबकि कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर के शेयरों में भी मजबूत तेजी देखने को मिली।
शेयर बाजार के ताजा आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) सोमवार को शुद्ध रूप से 2,831.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर बिकवाल रहे।