स्वास्थ्य

Health Messenger Award Ceremony Concluded: सरायकेला में आरोग्य दूत सम्मान समारोह संपन्न, किशोर स्वास्थ्य जागरूकता पर दिया गया जोर

सरायकेला: नगर भवन सभागार में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय आरोग्य दूत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के तकनीकी सहयोग से संपन्न हुआ। समारोह में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, सिविल सर्जन एवं अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उत्कृष्ट आरोग्य दूतों एवं साथिया का सम्मान
इस दौरान जिले के सभी 9 प्रखंडों से पांच-पांच उत्कृष्ट विद्यालयों के कुल 90 आरोग्य दूतों को सम्मानित किया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के 8 एनएचएम प्रखंडों के तहत प्रत्येक प्रखंड से 5 साथिया (कुल 40 पीयर एजुकेटर्स) को भी सम्मानित किया गया।
उपायुक्त का प्रेरणादायक संबोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा कि किशोर-किशोरियां देश की युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं और समाज को स्वस्थ और जिम्मेदार नागरिक देने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने किशोरावस्था में पोषण, स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, बाल विवाह, नशा मुक्ति जैसे विषयों पर जोर दिया और उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं उनके परिजनों से इन विषयों पर संवाद किया।
उन्होंने विशेष रूप से 10 से 19 वर्ष की उम्र के बच्चों के पोषण और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की। उपायुक्त ने कहा कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहने से बच्चे बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनते हैं, जिससे एक समृद्ध समाज का निर्माण संभव होता है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रस्तुति और क्विज प्रतियोगिता
इस दौरान मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने साथिया कार्यक्रम से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और डेटा प्रस्तुत किया। शिक्षा विभाग एवं सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के तकनीकी सहयोग से झारखंड राज्य के सभी विद्यालयों (जहां कक्षा 6-12 तक की पढ़ाई होती है) में यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान किशोर-किशोरियों के बीच क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारी एवं अतिथि
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम निर्मल दास, डीपीसी अर्चना तिग्गा, एसटीटी-बीटीटी शैलेश तिवारी, जॉली महापात्र, सांगी डोंगो, लक्ष्मी बोदरा एवं श्रवण कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह कार्यक्रम न केवल किशोर स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाने का एक सफल प्रयास रहा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!