
West Bengal News: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला होने की खबर है। यह घटना खगराबाड़ी क्षेत्र में तब हुई, जब शुभेंदु अधिकारी कूचबिहार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर भाजपा के एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। इस हमले में उनके काफिले की एक गाड़ी और एक पुलिस एस्कॉर्ट वाहन की खिड़कियों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए।
क्या हुआ खगराबाड़ी में?
जानकारी के अनुसार, दोपहर करीब 12:35 बजे खगराबाड़ी चौराहे पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के झंडे और काले झंडे लिए एक भीड़ जमा हो गई। BJP नेताओं का दावा है कि इस भीड़ में TMC कार्यकर्ता शामिल थे, जिन्होंने शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए और उनकी गाड़ी पर जूते फेंके। इस घटना से इलाके में तनाव बढ़ गया है। Suvendu Adhikari ने इसे बंगाल में कानून-व्यवस्था की विफलता बताया और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया।
TMC ने खारिज किए आरोप
TMC ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे BJP का सुनियोजित नाटक बताया। पार्टी का कहना है कि यह घटना BJP की छवि चमकाने और राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश है। TMC Cप्रवक्ता ने कहा कि उनकी पार्टी हिंसा में विश्वास नहीं करती और यह आरोप बेबुनियाद हैं।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
कूचबिहार पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, BJP ने इस हमले को लेकर बंगाल सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी का कहना है कि यह घटना राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का सबूत है।
जनता में बढ़ा आक्रोश
इस घटना के बाद कूचबिहार में BJP कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं इलाके में शांति भंग कर सकती हैं। सुवेंडू अधिकारी ने केंद्र सरकार से बंगाल में सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है।यह घटना पश्चिम बंगाल की राजनीति में नया तनाव पैदा कर रही है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। अब यह देखना बाकी है कि इस मामले की जांच क्या परिणाम लाती है और इसका राजनीतिक माहौल पर क्या प्रभाव पड़ता है।