
Jharkhand Weather Today:1 July 2025: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने झारखंड के 5 जिलों में आज 1 जुलाई को बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. मौसम केंद्र की ओर से इन 5 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.
झारखंड के 5 जिलों के लिए IMD ने जारी किया येलो अलर्ट
अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड के पश्चिमी भागों यानी गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा और गुमला जिले के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. येलो अलर्ट का मतलब यह है कि इन जिलों में कहीं-कहीं बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. इस दौरान इन जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ वज्रपात की भी आशंका है.
झारखंड का अधिकतम तापमान घटकर 32.9 डिग्री हुआ
पिछले 24 घंटे के दौरान झारखंड के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. राज्य में सबसे अधिक उच्चतम तापमान 32.9 डिग्री सेंटीग्रेड गोड्डा में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेंटीग्रेड गुमला में दर्ज किया गया. सोमवार शाम 5:30 बजे तक जमशेदपुर में 40.2 मिलीमीटर वर्षा हुई थी. रांची में 11 मिमी, बोकारो में 5.8 मिमी और चाईबासा में 3.0 मिमी वर्षा हुई
झारखंड में सक्रिय है मानसून
मौसम विभाग ने कहा है कि झारखंड में मानसून सक्रिय है. राज्य में लगभग सभी जगहों पर मंगलवार को हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होगी. 5 जिलों में बहुत भारी बारिश होगी. कुछ जगहों पर गर्जन के साथ वज्रपात होने की भी प्रबल संभावना
1 जुलाई को रांची में कई बार होगी बारिश
मौसम विभाग ने कहा है कि राजधानी रांची में 1 जुलाई 2025 को बादल छाये रहेंगे. 2 बार या इससे अधिक बार हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना है. रांची का उच्चतम तापमान 28 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेंटीग्रेड रहने का अनुमान है.
एक माह में 13 जिलों में 282.2 मिमी से अधिक बारिश
झारखंड में इस बार मानसून जमकर बरस रहा है. 13 जिलों में 282.2 मिलीमीटर से 607.8 मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी है. जून के महीने में पूरे झारखंड में 348.9 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो 11 साल में सबसे ज्यादा है. झारखंड में अब तक सामान्य से 84 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. झारखंड में 1 से 30 जून के बीच आमतौर पर 189.5 मिलीमीटर वर्षा को सामान्य वर्षापात माना जाता है.
लोगों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे भारी बारिश और बिजली गिरने से बचें। खुले मैदानों में न जाएं और पेड़ों के नीचे खड़े न हों। घर से निकलते समय छाता या रेनकोट साथ रखें। जिन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट है, वहां जरूरी काम के लिए ही बाहर निकलें। किसानों को सलाह है कि वे अपनी फसलों को बारिश से बचाने के लिए पहले से तैयारी कर लें। सड़कों पर गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें, क्योंकि बारिश से सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।