
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MSC Bank) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार के खिलाफ पूरक चार्जशीट दाखिल कर दी है। रोहित पवार एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भाई के बेटे और कर्जत-जामखेड़ से विधायक हैं।
ईडी की जांच में यह सामने आया है कि रोहित पवार की कंपनी बारामती एग्रो ने एक सहकारी चीनी मिल को कथित तौर पर अवैध तरीके से नीलामी में हासिल किया था। इस संबंध में ईडी ने उनकी कंपनी की 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों को पहले ही जब्त कर लिया था। इनमें 161 एकड़ से अधिक जमीन, एक चीनी मिल, औरंगाबाद के कन्नड़ इलाके में स्थित एक इमारत और कुछ मशीनें शामिल हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह केस 2009 में महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक द्वारा कन्नड़ सहकारी चीनी मिल की संपत्तियों को कब्जे में लेने से जुड़ा है। उस वक्त मिल पर बैंक का करीब 80 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया था। बाद में इन संपत्तियों की नीलामी की गई, जिसे कथित तौर पर साजिश के तहत बहुत कम मूल्य पर रोहित पवार की कंपनी और उससे जुड़े लोगों ने खरीद लिया।
ईडी का आरोप है कि यह पूरी प्रक्रिया आर्थिक अपराधों से जुड़ी हुई है और इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल भी है। ईडी ने अब तक तीन अस्थायी कुर्की आदेश जारी करते हुए इस केस से संबंधित करीब 121 करोड़ रुपये की संपत्तियां फ्रीज की हैं।
ईडी की अब तक की कार्रवाई
जनवरी 2024 में ईडी ने रोहित पवार के बारामती स्थित व्यावसायिक ठिकानों और अन्य परिसरों पर छापेमारी की थी। इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए मुंबई स्थित ईडी कार्यालय भी बुलाया गया।
अब विशेष पीएमएलए अदालत में पूरक चार्जशीट दाखिल कर दी गई है, जिससे मामले में कानूनी प्रक्रिया और तेज हो सकती है।
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