अपराध

बिहार में नकली शराब से होने वाला था नए वर्ष का स्वागत, झारखंड में शराब तस्करों को मिल रहा था बिहार के चाचा जी का संरक्षण

चरही/रामगढ़। रामगढ़ और हजारीबाग के बॉर्डर पर चरही थाना क्षेत्र अंतर्गत 15 माईल में नकली शराब की पूरी फैक्ट्री संचालित हो रही थी। यहां स्पीरिट से नकली शराब बनाया जा रहा था। इसका खुलासा तब हुआ जब चरही पुलिस ने 15 माईल के गोदाम में शुक्रवार को छापेमारी की। छापेमारी के दौरान यहां स्पीरिट का एक बड़ा खेप बरामद हुआ है। साथ ही छह शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। वहां लोडर, पिकअप वैन और हाईवा जैसी गाड़ियां जप्त की गई है। इन सभी गाड़ियों में स्पीरिट भरकर गोदाम में लाया जाता था और नकली शराब की खेप उन्हीं गाड़ियों से झारखंड और बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में खपाया जाता था।

हाईवा में छुपा कर रखा गया था 150 गैलन स्पीरिट

छापेमारी के दौरान गोदाम में एक हाईवा गाड़ी बीआर 06 जीबी 9028 जप्त किया गया। पुलिस ने उसकी तलाशी ली, तो वहां 150 गैलन में भरा हुआ स्पीरिट पाया गया। इसके अलावा वहां गोदाम में 650 प्लास्टिक के जार भी स्पीरिट से भरे मिले हैं। प्रत्येक जार में 40 लीटर स्पीरिट भरा हुआ था। इसके अलावा लोडर गाड़ी बीआर 31 जीबी 6578 और पिकअप वैन बीआर 06 एम 2374 को भी जप्त किया गया है।

गिरफ्तार किए गए 6 शराब तस्कर

छापेमारी के दौरान पुलिस ने वहां से 6 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिसमें पंजाब राज्य के पटियाला जिला अंतर्गत राजपुरा सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत राजपुरा निवासी मनप्रीत सिंह पिता सरदार जसविंदर सिंह, गढ़वा जिले के रेहला थाना क्षेत्र अंतर्गत सबोना गांव निवासी रियाजुद्दीन अंसारी पिता स्वर्गीय जमालुद्दीन अंसारी, बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला अंतर्गत खानपुर थाना क्षेत्र के मसना गांव निवासी राजो महतो पिता स्वर्गीय भुवनेश्वर महतो, मुजफ्फरपुर जिले के बोचहा गांव निवासी मल्हा मांझी पिता स्वर्गीय रामस्वरूप मांझी, कन्हाई मांझी और उमेश ठाकुर शामिल हैं।

झारखंड में दे रहे थे बिहार के चाचा जी संरक्षण

झारखंड राज्य में शराब के इस अवैध कारोबार को बिहार के चाचा जी का संरक्षण मिल रहा था। गिरफ्तार सभी शराब तस्करों ने चाचा जी का नाम पुलिस को बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि अवैध शराब की यह बड़ी खेप नए वर्ष में बिहार भेजनी थी। वहां नए वर्ष का स्वागत नकली शराब से वह कराने वाले थे। लेकिन पुलिस की सक्रियता से उनकी यह योजना विफल हो गई।

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