
Sivasagar Gas Leak Tragedy: असम के सिवसागर जिले के भोटियापारा में ओएनजीसी (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन) के तेल रिग से गैस रिसाव की घटना ने स्थानीय लोगों में गुस्सा और डर पैदा कर दिया है। यह घटना 12 जून 2025 को शुरू हुई थी और अब तक, यानी 18 जून 2025 तक, इसे नियंत्रित नहीं किया जा सका। जहरीली गैस के रिसाव के कारण आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। करीब 300-400 परिवारों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा है। स्थानीय लोग और नागरिक संगठन ओएनजीसी की लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं और तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
भोटियापारा में बढ़ता आक्रोश
गैस रिसाव की वजह से भोटियापारा और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग सड़कों पर उतर आए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओएनजीसी और एक निजी ठेकेदार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। रैजोर दल के नेता और विधायक अखिल गोगोई ने ONGC पर “कॉर्पोरेट लूट” और “सुरक्षा में घोर लापरवाही” का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा और कल्याण की कोई परवाह नहीं की। प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे और गैस रिसाव को तुरंत रोकने की मांग की है।
सरकार का हस्तक्षेप और मुआवजा घोषणा
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमाने 17 जून 2025 को भोटियापारा का दौरा किया और प्रभावित परिवारों के लिए 25,000 रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह राशि पर्याप्त नहीं है। उन्होंने ONGC से स्थायी मुआवजे और नौकरी के अवसरों की मांग की है। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है।कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
पर्यावरण और स्वास्थ्य पर खतरा
गैस रिसाव से न केवल लोगों के घर उजड़ गए, बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है। जहरीली गैस के कारण सांस लेने में दिक्कत और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ रही हैं। नागरिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही रिसाव को नहीं रोका गया, तो इसका असर और भयावह हो सकता है।