
Amarnath Yatra 2025: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में अमरनाथ यात्रा के दौरान एक दुखद हादसा हुआ। रविवार, 13 जुलाई 2025 को अमरनाथ यात्रियों को ले जा रही तीन बसें आपस में टकरा गईं, जिसके कारण 10 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। यह हादसा कुलगाम जिले में श्रीनगर हाईवे पर हुआ, जहां बसों के काफिले में अचानक टक्कर हो गई। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने अमरनाथ यात्रा 2025 की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे का विवरण, क्या हुआ कुलगाम में?
कुलगाम में हुए इस हादसे में अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं की बसें शामिल थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बसों का काफिला तेज गति से चल रहा था, और संभवत, चालक का नियंत्रण खोने के कारण यह टक्कर हुई। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद कुछ को छुट्टी दे दी गई, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज जारी है। कश्मीर पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सड़क की स्थिति और तेज गति इस हादसे के मुख्य कारण हो सकते हैं।
यात्रियों की स्थिति और प्रशासन की प्रतिक्रिया
घायल श्रद्धालुओं में ज्यादातर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। एक घायल यात्री, भागीरथ (मंदसौर, मध्य प्रदेश), ने बताया, “हम अमरनाथ यात्रा के लिए आए थे। अचानक बस में झटका लगा और हम घायल हो गए।” प्रशासन ने घायलों के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था की है और उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है।
Amarnath Yatra 2025: सुरक्षा पर सवाल
अमरनाथ यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, लेकिन इस तरह के हादसे यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं। कुलगाम में यह हादसा उस समय हुआ, जब यात्रा अपने चरम पर थी। विशेषज्ञों का कहना है कि सड़क सुरक्षा और काफिले के प्रबंधन में सुधार की जरूरत है। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने मांग की है कि प्रशासन सड़कों की स्थिति सुधारे और चालकों के लिए कड़े नियम लागू करे।
आगे की राह, यात्रा की सुरक्षा कैसे बढ़े?
यह हादसा अमरनाथ यात्रा के आयोजकों के लिए एक चेतावनी है। प्रशासन को चाहिए कि वह सड़क सुरक्षा, चालकों की ट्रेनिंग और काफिले के प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे। इसके साथ ही, यात्रियों को भी सलाह दी जाती है कि वे अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और निर्धारित गति सीमा का पालन करें।