
Bihar chunav: पटना एक बार फिर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने वादा किया कि अगर विधानसभा चुनाव के बाद इंडिया ब्लॉक की सरकार बनी तो वह वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक देंगे। वहीं, जदयू ने दावा किया कि उनका यह आश्वासन विधानसभा चुनाव से पहले अल्पसंख्यक समुदाय को लुभाने के लिए था।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने वादा किया
राज्य की राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने दावा किया कि अगर बिहार में अगली सरकार इंडिया ब्लॉक की बनी तो वह वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक देगी। उन्होंने कहा कि बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए ‘खत्म होने वाली है।’
वक्फ अधिनियम का पुरजोर विरोध
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर रैली में भाग लिया। तेजस्वी ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि पार्टी वक्फ अधिनियम का पुरजोर विरोध करेगी। राजद नेता ने कहा, “बिहार के मुस्लिम भाइयों को याद रखना चाहिए कि एनडीए सरकार जाने वाली है।
नवंबर में राज्य में एक नई गरीब समर्थक सरकार स्थापित होगी और वह वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में डाल देगी।” उन्होंने कहा कि भाजपा को याद दिलाना चाहिए कि देश को आजादी हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों के बलिदानों के कारण मिली है और किसी को भी ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जैसे कि देश उसके बाप का देश नहीं है।
प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा
अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों के लिए राजद की तथाकथित चिंता महज दिखावा है, जिसका उद्देश्य उनका वोट हासिल करना है। उन्होंने दावा किया कि भाई-भतीजावाद की मानसिकता से ग्रसित लोग समाज के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते, क्योंकि बिहार की जनता भी इससे पूरी तरह वाकिफ है।
इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी एवं सैयद नासिर हुसैन, निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और बिहार एआईएमआईएम प्रमुख अख्तरुल ईमान ने भी अपने विचार रखे।