कानपुर में बारावफात के दिन बोर्ड और तम्बू लगाने पर 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर, भड़के ओवैसी

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रावतपुर स्थित सैयद नगर में बारावफात के दिन सार्वजनिक मार्ग पर ‘आई लव मुहम्मद’ का बोर्ड और रामनवमी जुलूस के मार्ग के पास तम्बू लगाने के आरोप में 9 नामजद और 17 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि इस कदम पर हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई और इसे नई परंपरा बताकर उकसाने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सड़कों पर किसी भी नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जा सकती।
शुरुआती प्रयासों में मुस्लिम धर्मगुरुओं को बुलाकर लोगों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन तब बोर्ड और तम्बू हटवाना पड़ा। पुलिस ने बताया कि यह कदम कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया।
ओवैसी भड़के
हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर कहा कि ‘आई लव मुहम्मद’ लिखना अपराध नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर यह अपराध है तो इसके लिए तय की गई सजा मान्य है।
पुलिस ने बताया कि 9 सितंबर को दारोगा पंकज शर्मा की शिकायत पर शराफत हुसैन, बाबू अली, मोहम्मद सिराज, रहमान, इकराम अहमद, इकबाल, बंटी, कुन्नू ‘कबाड़ी’, शाहनूर आलम के अलावा 2 वाहन चालकों और 15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और गैरकानूनी तरीके से जमा होने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस घटना से कानून-व्यवस्था को खतरा पैदा हुआ था और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।



