जमशेदपुर : कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर चार में वर्चस्व को लेकर हुए हत्याकांड में फरार छठे आरोपी मोहित सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में आलोक भगत उर्फ आलोक मुन्ना की बुधवार सुबह अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शुक्रवार को पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता विकास सिंह, आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा, विशाल कुमार उर्फ भीखे बाबा, पंकज साव उर्फ बच्चा और शक्ति विभर को गिरफ्तार किया था। मोहित सिंह गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार था, जिसे अब पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
वर्चस्व विवाद में रची गई हत्या की साजिश
पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या की वजह वर्चस्व की लड़ाई थी। आलोक और मुख्य आरोपी आकाश के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। काली पूजा विसर्जन के दौरान दोनों के बीच झड़प भी हुई थी, जिसके बाद आकाश ने आलोक की हत्या की साजिश रची। आरोपी विकास सिंह और शक्ति विभर ने आलोक की हरकतों पर नजर रखना शुरू कर दिया। बुधवार सुबह जब आलोक अपने घर से पूजा के लिए फूल लेने निकला, तब अपराधियों ने उसे रास्ते में घेर लिया। घटना के दौरान आकाश ने आलोक पर पहली गोली चलाई, जिससे वह सड़क पर गिर गया। आलोक ने खुद को संभालते हुए पास के एक घर में शरण ली, लेकिन विशाल और पंकज ने उसका पीछा कर घर में घुसकर उसे दोबारा गोली मार दी। इसके बाद सभी आरोपी गली के रास्ते से फरार हो गए।
मृतक के भाई ने दर्ज कराई एफआईआर
घटना के बाद मृतक आलोक भगत के भाई मनोज भगत ने छह लोगों के खिलाफ कदमा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। एफआईआर में आकाश सिंह उर्फ छोटू बच्चा, मोहित सिंह, राजन सिंह, विकास सिंह, मनीष पांडेय और सुमित सिंह का नाम शामिल है।
फूल लेने निकला था आलोक
आलोक भगत बुधवार सुबह पूजा के लिए फूल लेने निकला था। वापस लौटते समय अपराधियों ने उसे घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। परिजन उसे इलाज के लिए टीएमएच अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही मामले में पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।