
पश्चिम बंगाल– बांकुरा में करीब 25 गांवों को जोड़ने वाला एकमात्र पुल लगातार बारिश के कारण पानी में डूब गया है, जिससे हजारों ग्रामीण गहरे संकट में हैं। पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण गंधेश्वरी नदी में उफान आ गया है, जिससे मनकनाली पुल तीन से चार फीट तेज पानी में डूब गया है।
बारिश का तांडव
बुधवार से ही पुल के ऊपर से पानी बहुत तेज़ी से बह रहा है, जिससे बांकुरा को मनकनाली से जोड़ने वाले मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप्प हो गया है। प्रभावित क्षेत्र अब खुद को कटा हुआ पाता है, क्योंकि निवासी शहर में आवश्यक सेवाओं तक पहुँचने में असमर्थ हैं।
ग्रामीणों की परेशानी
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, “पुल पानी में डूबा हुआ है। लोगों को कम से कम 25 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। आपातकालीन स्थिति में भी बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है।” शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और दैनिक आवश्यकताओं के लिए बांकुरा सदर पर निर्भर रहने वाले ग्रामीणों पर इसका बहुत बुरा असर पड़ा है।
सरकार का आश्वासन
अचानक संपर्क टूटने से स्थानीय लोगों में निराशा और डर पैदा हो गया है, जो प्रशासन पर स्थायी समाधान के लिए बार-बार की गई अपीलों को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाते हैं। एक अन्य निवासी ने कहा, “हर साल प्रशासनिक अधिकारी आते हैं और एक मजबूत पुल बनाने का वादा करते हैं। लेकिन, कुछ नहीं होता, वादे वादे ही रह जाते हैं।
ग्रामीण नेताओं के वादों से परेशान
बस चालक अनुज नायक ने बार-बार होने वाली इस समस्या पर चिंता व्यक्त की। “हर साल नेता आते हैं और पुल बनाने का वादा करते हैं। पिछले साल ईंट भट्ठा मालिकों ने इस पुल को यातायात के लिए उपयुक्त बनाया था, लेकिन बारिश में यह भी नष्ट हो गया। इस स्थिति में अस्पताल जाने वाले किसी भी यात्री को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा।”