
JSSC CGL Paper Leak: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा 2023 के पेपर लीक मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट ने परीक्षा के रिजल्ट पर लगी रोक को हटाने से इनकार कर दिया। अगली सुनवाई अब 15 जुलाई 2025 को होगी। यह मामला झारखंड में बेरोजगार युवाओं के लिए बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
पेपर लीक का मामला क्या है?
जेएसएससी सीजीएल परीक्षा 21 और 22 सितंबर 2023 को हुई थी। इस दौरान पेपर लीक होने के आरोप लगे। अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा से पहले ही सवालों के जवाब कुछ लोगों को मिल गए थे। इस वजह से छात्रों ने रांची में जेएसएससी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए सीआईडी को आदेश दिया। कोर्ट ने रिजल्ट जारी करने पर तब तक रोक लगा दी, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती।
सीआईडी की जांच और गिरफ्तारी
सीआईडी ने इस मामले में दो केस दर्ज किए हैं। अब तक 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मार्च 2025 में यूपी के गोरखपुर से दो मुख्य आरोपियों, संदीप त्रिपाठी और विवेक रंजन, को गिरफ्तार किया गया। इनमें से कई लोग पेपर लीक के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसे वसूल रहे थे। सीआईडी ने बताया कि जांच में अभी तक पेपर लीक का ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन जांच जारी है। कोर्ट ने सरकार से 15 जुलाई तक नई रिपोर्ट मांगी है।
JSSC CGL Paper Leak: युवाओं में बढ़ा आक्रोश
पेपर लीक के आरोपों ने झारखंड के युवाओं में गुस्सा बढ़ा दिया है। कई छात्र चाहते हैं कि परीक्षा रद्द हो और नए सिरे से हो। जेएसएससी ने 6.5 लाख अभ्यर्थियों में से 2,231 को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया था, लेकिन रिजल्ट पर रोक की वजह से प्रक्रिया रुकी हुई है। लोग इस मामले में पारदर्शिता और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं

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