
Bihar News: बिहार ने देश में इतिहास रच दिया है! पहली बार नगर निकाय चुनाव में मोबाइल ऐप के जरिए ई-वोटिंग शुरू हुई, और पूर्वी चंपारण की विभा कुमारी देश की पहली ई-वोटर बन गईं। बिहार के 26 जिलों की 42 नगरपालिकाओं में 28 जून 2025 को हुए इस चुनाव में 57% मतदाताओं ने ऑनलाइन वोट डाला। आइए जानें इस ऐतिहासिक कदम के बारे में।
ई-वोटिंग की शुरुआत और पहली वोटर
बिहार देश का पहला राज्य है, जहां मोबाइल ऐप से वोटिंग की सुविधा शुरू हुई। पूर्वी चंपारण के पकड़ीदयाल की रहने वाली विभा कुमारी ने ‘eVoting SECBHR’ ऐप के जरिए देश का पहला ई-वोट डाला। वहीं, उसी जिले के मुन्ना कुमार पहले पुरुष ई-वोटर बने। निर्वाचन आयोग ने बताया कि 40,280 मतदाताओं ने इस ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन कर घर बैठे वोट डाला। यह सुविधा खासकर बुजुर्गों, दिव्यांगों, गर्भवती महिलाओं और प्रवासी मजदूरों के लिए शुरू की गई।
ई-वोटिंग की खासियत
ई-वोटिंग सिस्टम ब्लॉकचेन और फेस रिकग्निशन तकनीक पर आधारित है, जो इसे पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी बनाता है। वोट डालने से पहले वोटर की पहचान फेस स्कैनिंग और वोटर आईडी से जांची जाती है। एक मोबाइल नंबर से अधिकतम दो वोटर लॉगिन कर सकते हैं। बिहार निर्वाचन आयोग ने दो ऐप लॉन्च किए हैं: ‘eVoting SECBHR’ नगरपालिका आम चुनाव के लिए और ‘eVoting SECBIHAR’ उप-चुनाव के लिए। दोनों ऐप को इतना आसान बनाया गया है कि कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है।
बिहार के लिए क्यों अहम?
इस नई व्यवस्था से मतदान केंद्रों पर भीड़ कम होगी और वोटिंग प्रतिशत बढ़ेगा। बिहार में बूथों की संख्या 77,895 से बढ़ाकर 92,000 की गई है, ताकि हर बूथ पर 1200 वोटर ही हों। इससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को वोट डालने में आसानी होगी। अगर यह प्रयोग सफल रहा, तो भविष्य में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी ई-वोटिंग शुरू हो सकती है।
Bihar News: कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
ई-वोटिंग के लिए बिहार निर्वाचन आयोग की वेबसाइट या ‘eVoting SECBHR’ ऐप डाउनलोड करें। आधार और वोटर आईडी नंबर डालकर रजिस्ट्रेशन करें। OTP मिलने के बाद फेस स्कैनिंग कर वोट डालें। जिनके पास 5G मोबाइल नहीं है, वे वेबसाइट से भी वोट कर सकते हैं।