
Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले (Liquor Scam) को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई तेज हो गई है। शुक्रवार सुबह ED ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई कथित 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में हुई। चैतन्य बघेल को 5 दिन की ED रिमांड पर भेजा गया है। इस घटना ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। पूर्व CM भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार और ED पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Liquor Scam: ED की कार्रवाई, क्या है शराब घोटाला?
ED ने भूपेश बघेल के निजी आवास पर छापेमारी की। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई शराब घोटाले (Liquor Scam) से जुड़े सबूतों की जांच के लिए की गई। ED का दावा है कि इस घोटाले में बड़े पैमाने पर अवैध धन का लेन-देन हुआ। चैतन्य बघेल पर इस घोटाले में शामिल होने का आरोप है। जांच एजेंसी ने 14 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें भूपेश बघेल और उनके करीबियों के घर शामिल हैं।
भूपेश बघेल का जवाब, ‘मोदी-शाह का राजनीतिक खेल’
पूर्व CM भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अपने मालिक को खुश करने के लिए ED को भेजा है। यह कार्रवाई कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश है।” बघेल ने सोशल मीडिया पर भी अपनी बात रखी और कहा कि यह छत्तीसगढ़ की जनता के खिलाफ साजिश है। उन्होंने दावा किया कि ED की यह कार्रवाई बिना सबूत के की जा रही है।
जनता में चर्चा, क्या है सच्चाई?
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले (Liquor Scam) की खबर ने आम लोगों के बीच भी चर्चा शुरू कर दी है। कई लोग इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई मान रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि अगर घोटाला हुआ है तो दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। ED ने पहले भी इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की है, लेकिन चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी ने इस जांच को और गंभीर बना दिया है।
भविष्य में क्या होगा?
चैतन्य बघेल को 5 दिन की रिमांड पर भेजा गया है, जिसमें ED उनसे गहन पूछताछ करेगी। इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और सच सामने लाएंगे। दूसरी ओर, ED का कहना है कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं।