Bihar Flood Alert: बिहार में गंगा का रौद्र रूप, खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा जलस्तर, भोजपुर के कई गांव जलमग्न, जनजीवन अस्त-व्यस्त
गंगा का जलस्तर बढ़ने से भोजपुर के गांवों में बाढ़, जनजीवन अस्त-व्यस्त

Bihar Flood Alert: भोजपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, जिससे कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नेकनाम टोला गांव के रास्ते पर चार फुट तक पानी बह रहा है। ग्रामीणों को कमर तक पानी में चलकर आना-जाना पड़ रहा है। खवासपुर पंचायत के लगभग सभी गांव पानी से घिर गए हैं, जिससे जिला और प्रखंड मुख्यालय से उनका संपर्क टूट गया है। बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, और कई परिवार ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं।
गंगा के बढ़ते जलस्तर से बढ़ी चिंता
पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। 16 जुलाई 2025 को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 83 सेंटीमीटर नीचे था, लेकिन अब यह खतरे के निशान को पार कर चुका है। बाढ़ नियंत्रण विभाग ने तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी है, और प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। निचले इलाकों में पानी फैलने का खतरा बढ़ गया है, जिससे लोग डर के माहौल में जी रहे हैं।
Bihar Flood Alert: ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं, राहत कार्य शुरू
बाढ़ के कारण भोजपुर के कई गांवों में फसलें बर्बाद हो गई हैं, और सड़कों पर पानी भर गया है। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए हैं, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक पर्याप्त मदद नहीं मिली है। कुछ गांवों में नावों की व्यवस्था की गई है, ताकि लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित हो गई है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर
बिहार भारत का सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित राज्य है। हर साल मॉनसून के दौरान गंगा, कोसी, बागमती, और गंडक जैसी नदियां उफान पर आती हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित होते हैं। भोजपुर, बक्सर, पटना, और समस्तीपुर जैसे जिले इस बार भी बाढ़ की चपेट में हैं। प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, लेकिन ग्रामीणों को तत्काल मदद की जरूरत है।