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अमृतसर एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी: सुरक्षा बढ़ाई गई, जांच शुरू

श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, अमृतसर को 21 जुलाई 2025 को शाम को बम से उड़ाने की धमकी मिली। एक अज्ञात व्यक्ति ने एयरपोर्ट प्रशासन को फोन कर यह धमकी दी, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। पंजाब पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी और धमकी देने वाले नंबर के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है।

मंगलवार, 21 जुलाई 2025 की शाम को एयरपोर्ट प्रशासन को एक फोन कॉल के जरिए धमकी दी गई। कॉलर ने दावा किया कि एयरपोर्ट पर बम रखा गया है। धमकी के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और पंजाब पुलिस ने एयरपोर्ट परिसर की गहन तलाशी शुरू की। बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों को तैनात किया गया। प्रारंभिक जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन साइबर सेल उस नंबर की जांच कर रही है, जिससे धमकी भरा कॉल आया। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा “हमने धमकी को गंभीरता से लिया है और तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया। साइबर सेल कॉल के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”

इस तरह की तीसरी धमकी

यह अमृतसर एयरपोर्ट को मिली इस तरह की तीसरी धमकी है। इससे पहले 18 अगस्त 2024 फिरोजपुर के गुरदेव सिंह उर्फ साबी को एक करोड़ रुपये की उगाही के साथ एयरपोर्ट पर छह बम होने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच में धमकी फर्जी निकली। 9 मई 2025 एयरपोर्ट को बंद करने की धमकी मिली थी, जिसके बाद सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं। यह धमकी भी फर्जी पाई गई।

क्षेत्र में धमकियों का सिलसिला

अमृतसर में हाल के महीनों में स्वर्ण मंदिर को भी कई बार बम से उड़ाने की धमकी मिली है। 14 जुलाई से 17 जुलाई 2025 तक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) को पांच धमकी भरे ईमेल मिले, जिनमें से एक में फरीदाबाद के 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को गिरफ्तार किया गया। SGPC अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने इन धमकियों को गंभीर चिंता का विषय बताया और साइबर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।

पंजाब पुलिस और CISF ने एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सभी यात्रियों और सामान की गहन जांच की जा रही है। साइबर सेल धमकी के पीछे की मंशा और कॉलर की पहचान का पता लगाने के लिए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुरक्षा में किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए हैं।

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