Jharkhand News: पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने दलाईकेला में मृतकों के परिजनों से की मुलाकात
खरसावां के दलाईकेला गांव में नाले में डूबने से 4 युवकों की मौत, अर्जुन मुंडा ने की संवेदना यात्रा, प्रशासन ने बाढ़ प्रबंधन और सहायता की घोषणा की।

Jharkhand News: झारखंड के खरसावां जिले के दलाईकेला गांव में हाल ही में भारी बारिश के कारण एक दुखद घटना घटी। उफनते नाले में डूबने से चार युवकों सिद्धेश्वर मंडल, हरिबास दास, मनोज साहू और सुनील साहू की असमय मृत्यु हो गई। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। इस दुख की घड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने दलाईकेला पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
अर्जुन मुंडा ने की शोकाकुल परिवारों से मुलाकात
27 जुलाई 2025 को अर्जुन मुंडा दलाईकेला गांव पहुंचे। उन्होंने दिवंगत लोगों के परिवारों से मुलाकात की, उन्हें ढांढस बंधाया और इस कठिन समय में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे। मुंडा ने कहा यह हादसा अत्यंत दुखद है। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं और उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उनकी इस पहल से गांव वालों को कुछ राहत मिली, जो इस त्रासदी से जूझ रहे हैं।
Jharkhand News: प्रशासन ने लिया घटना का संज्ञान
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण नाले का जलस्तर अचानक बढ़ गया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। इसके अलावा, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए चेक डैम और नालों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की योजना बनाई गई है।
सामुदायिक एकजुटता और भविष्य की योजनाएं
अर्जुन मुंडा ने गांव वालों से बातचीत में जोर दिया कि ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए जागरूकता और बेहतर बुनियादी ढांचे की जरूरत है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि गांव में जल निकासी और बाढ़ प्रबंधन की व्यवस्था को और मजबूत किया जाए। स्थानीय लोगों ने भी इस दुखद घटना के बाद एकजुटता दिखाई और पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आए।
लोगों के लिए आसान भाषा में संदेश
इस दुखद घटना ने हमें यह सिखाया कि प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए पहले से तैयारी जरूरी है। बारिश के मौसम में नदियों और नालों के पास सावधानी बरतें। प्रशासन और समुदाय मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए काम कर रहे हैं। अर्जुन मुंडा की इस यात्रा ने लोगों में विश्वास जगाया है कि सरकार और नेता उनके साथ हैं।